भोपाल। उज्जैन में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। निरंजनी अखाड़े से महामंडलेश्वर साध्वी मंदाकिनी देवी के कीटनाशक पीने से हड़कंप मच गया. जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया. दरअसल, साध्वी मंदाकिनी ने अपने ऊपर धोखाधड़ी केस दर्ज होने पर ये कदम उठाया. इस घटना के बाद अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र पूरी महाराज ने भी साध्वी को महामंडलेश्वर पद से तत्काल हटा दिया है.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि पूरा मामला सांदीपनि आश्रम के ठीक सामने बने महामंडलेश्वर आरोपी साध्वी मंदाकिनी देवी के आश्रम का है. साध्वी पर आरोप है कि उसने और उसके सहयोगी अश्विनी चौधरी ने आश्रम में स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के महंत सुरेश्वरनंद महाराज को महामंडलेश्वर की उपाधि निरंजनी अखाड़े में दिलवाने के नाम पर सात लाख से अधिक की राशि ली. जब महाराज महामंडलेश्वर नहीं बन पाए, तो उन्होंने एफआईआर दर्ज करवाई और फिर साध्वी ने तनाव में कीटनाशक पी लिया.
साध्वी को पद से हटाया गया
साध्वी एवं महामंडलेश्वर मंदाकिनी देवी पर धोखाधड़ी की FIR दर्ज होने की जानकारी जैसे ही अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र पूरी महाराज को लगी, तो महाराज ने तत्काल प्रभाव से साध्वी को महामंडलेश्वर पद से हटाने के आदेश जारी कर दिए। आदेश जारी कर कहा कि अगर इसके साथ और भी लोग जुड़े हैं तो मैं सब पर अखाड़े की ओर से FIR करवाऊंगा. वहीं अगर कोई पीड़ित है, तो बताए एक्शन लिया जाएगा, चाहें वह पॉलिटिकल ही क्यों न लिप्त हो.
मंदाकिनी देवी की बिगड़ी तबीयत
SP प्रदीप शर्मा ने बताया कि मंदाकिनी देवी के विरुद्ध एक फिर उज्जैन के ही एक संत की रिपोर्ट पर थाना चिमनगंज में दर्ज की गई थी, जिसके बाद मंदाकिनी देवी की तबीयत बिगड़ी है और वह अस्पताल में भर्ती हैं. डॉक्टर टीम से पुलिस लगातार संपर्क में है. जो भी वैधानिक कार्रवाई होगी की जाएगी.