भोपाल। झांसी पुलिस ने नकली नोट चलाने वाले गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनमें भिंड और दतिया के 2-2 युवक शामिल हैं। इनसे ढाई लाख रुपये के 500-500 के नकली नोट और नोट छापने वाली मशीन भी जब्त की है। पिछले 2 माह में वे ग्वालियर चंबल अचंल सहित अन्य जिलों में अब तक लाखों रुपये के नकली नोट खपा चुके थे। गिरोह के सरगना के पिता और भाई मध्य प्रदेश पुलिस में ग्वालियर व शिवपुरी में पदस्थ हैं।
ढाई लाख रुपए नकली नोट पकड़े थे झांसी पुलिस ने
झांसी SP सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक सीपरी बाजार थाना पुलिस व स्वाट टीम ने मुखबिर की सूचना पर कानपुर हाइवे पर स्थित बूढ़ा गांव के पास चेकिंग के दौरान दो स्कूटी पर सवार चार युवकों को पकड़ा। इनमें भिंड के लहार निवासी 27 वर्षीय पंकज कुमार मल्होत्रा, 22 वर्षीय आशिक उर्फ आशीष जाटव निवासी सरी, दतिया के ग्राम बरचोरी निवासी 30 वर्षीय मनीष जाटव एवं भांडेर निवासी 21 वर्षीय कमलकांत शिवहरे शामिल हैं। इनसे ढाई लाख रुपये के नकली नोट, प्रिंटर, ए-4 साइज के पेपर, कुछ अधछपे नोट, ब्लेड कटर, हरे रंग की टेप, कैंची बरामद की। सरगना पंकज बीएससी पास है। पिता सुरेश कुमार मल्होत्रा ग्वालियर में हवलदार और भाई शिवपुरी में आरक्षक है। वह बिल्डिंग मटेरियल की शॉप चलाता था। घाटा हुआ तो अपराध का रास्ता चुना। कमलकांत भी बीएससी कर रहा है। पुलिस पूछताछ कर रही रही है।
35 हजार लेकर मौके पर ही छापते थे एक लाख के नोट
पंकज और उसके दोस्तों ने फरवरी से ही नकली नोट छापने का धंधा शुरू किया। एजेंट के माध्यम से गुटखा की दुकान, पान की दुकान, किराना की दुकानों पर ये नोट को चलाते थे। यह लोग 35,000 रुपये लेकर 1 लाख के नकली नोट एजेंट को देते थे। अभी तक लाखों रुपये के नकली नोट बनाकर एजेंट के माध्यम से बाजार में खपा चुके हैं। इस बार 5 लाख रुपये छापे थे, इनमें ढाई लाख रुपये पहले ही एजेंट को दे चुके हैं और ढाई लाख रुपए झांसी की पाल कालोनी में एक एजेंट को देने जा रहे थे। एसपी सिटी के अनुसार कहीं से बड़ी रकम की डिमांड होती थी तो अपने सामान के साथ वहां पहुंच जाते थे। मौके पर ही नकली नोट प्रिंट कर दे देते थे। एक साथी जितेंद्र फरार है। जिसने इन्हें नकली नोट छापने सिखाया है।