भोपाल। एमपी के मुख्यमंत्री के उज्जैन में बंगले के लिए कुलपति के आवास का उपयोग किया जाएगा। पहले सीएम हाउस के लिए कुलसचिव के निवास का चयन किया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए, अब उज्जैन का कुलपति निवास, मुख्यमंत्री मोहन यादव का निवास होगा।
सीएम का नया ठिकाना
मुख्यमंत्री मोहन यादव का गृहजिला उज्जैन हैं। वे यहीं से विधायक भी हैं. सूबे के मुखिया बनने के बाद डॉ. मोहन यादव लगातार उज्जैन के दौरे कर रहे हैं। ऐसे में उनके निवास की बेहतरीन व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री यादव को टाइट सिक्योरिटी दी गई है, ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से भी कुलपति निवास उपयुक्त है। वहीं उज्जैन प्रवास के दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव अपने कार्यो के लिए भी इस निवास का उपयोग कर सकेंगे।
कितना बड़ा होगा CM का बंगला
कुलपति का बंगला काफी बड़ा है। ये लगभग 4 एकड़ एरिया में बना है। इसमें 2 हॉल, 6 बेडरूम और 1 किचन है। कुछ दिनों पहले विक्रम विश्वविद्यालय के कोठी मार्ग पर कलेक्टर बंगले के सामने कुलसचिव बंगले को मुख्यमंत्री हाउस के रूप में तब्दील करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन जगह की कमी होने की वजह से इस फैसले में बदलाव किया गया।
उज्जैन में सीएम के ठहरने का मिथक
महाकाल के बारे में एक मिथक है कि कोई भी सीएम या मंत्री यहां रात नहीं ठहर सकता है। मान्यता है कि उज्जैन के राजा महाकाल हैं, ऐसे में दो राजा एक साथ यहां नहीं ठहर सकते हैं। सीएम यादव ने सीएम की शपथ लेने के बाद इस मिथक को तोड़ा था. मुख्यमंत्री यादव ने कहा था कि मैं उज्जैन से हूं और महाकाल का बेटा हूं. हम तो बेटे हैं राजा तो महाकाल हैं।