भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा के फाउंडर मेंबर और पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने दो दिन पहले कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद दीपक जोशी ने कांग्रेस नेताओं के साथ संबंधों का खुलकर जिक्र किया। दीपक जोशी ने भोपाल उत्तर से कांग्रेस विधायक आरिफ अकील को अपना उस्ताद बताया। साथ ही, जिन दोस्तों ने कॉलेज लाइफ के बारे में जिक्र किया, उन्होंने भी दीपक जोशी के बारे में बताया। इनमें से एक हैं मोहम्मद सरवर। मोहम्मद सरवर वर्तमान में भोपाल के वार्ड नंबर 16 से कांग्रेस पार्षद हैं।
मोहम्मद सरवर ने दीपक जोशी के बारे में बताया
सरवर ने कहा कि दीपक जोशी छात्र राजनीति के समय से ही संबंध निभाने वाले व्यक्ति हैं। 80 के दशक के समय की बात है। दीपक जोशी भोपाल में छात्र राजनीति में उतरे थे। सरवर उस वक्त दीपक के घनिष्ट दोस्त थे। उन्होंने बताया कि दीपक भले ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता थे, लेकिन कांग्रेस और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं से भी अच्छे संबंध थे। दीपक पॉलिटिकल एडजस्टमेंट में माहिर हैं।
कॉलेज समय से राजनीति में रूचि
मोहम्मद सरवर ने आगे बताया कि दीपक जोशी के साथ 1984 से मेरी दोस्ती शुरू हुई। 80 के दशक से हम लोगों ने छात्र राजनीति का आरंभ किया। वो हमीदिया कॉलेज की पॉलिटिक्स करते थे और मैं सैफिया कॉलेज को देखता था। उस समय हम सभी लोग आरिफ अकील के नेतृत्व में काम करते थे। क्योंकि छात्र संघ के चुनाव अकील ही लड़ाते थे। हम अकील साहब की पैनल से लड़ते थे। एक बड़ा ग्रुप हमीदिया कॉलेज में हुआ करता था। वहां विद्यार्थी परिषद का नेतृत्व दीपक जोशी करते थे।
दीपक जोशी का राजनीतिक सफर
दीपक जोशी वर्ष 1983 से लगातार भारतीय जनता युवा मोर्चा की कार्यकारी समिति के सदस्य रहे हैं।
1984 में 1 साल के लिए सरकारी हमीदिया कॉलेज भोपाल के छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में चुने गए थे।
1991 में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल की कार्यकारी परिषद के मेंबर बने। वे 1994 तक इसके सदस्य थे।
2000 में भारतीय जनता पार्टी के राज्य उपाध्यक्ष बने थे।
2003 में बागली विधानसभा क्षेत्र से 12वीं विधानसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के श्यामलाल बाबूलाल को 17,574 मतों से हराया था।
2008 में दीपक जोशी ने हाटपीपल्या से चुनाव लड़ा और फिर से जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के राजेंद्र सिंह बाघेल को पराजित किया।
2013 में लगातार तीसरी बार विधानसभा के लिए चुने गए। उन्होंने फिर से राजेंद्र सिंह बाघेल को हराया। बाद में शिवराज सरकार में राज्य मंत्री बने।