भोपाल। हर साल की तरह इस साल भी 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस मनाया(International Yoga Day) जाएगा। योग हर एक व्यक्ति के लिए बेहद जरूरी है। योग के लिए कहा गया है कि योग भगाए रोग। दरअसल, आजकल की भागदौड़ के बीच लोगों को खुद के लिए समय नहीं मिल पाता है। घर-ऑफिस के चक्कर में लोग खुद को इतना सा वक्त भी नहीं दे पाते हैं कि कुछ देर के लिए योग करें। ऐसी स्थिति में योग दिवस को मनाने का यही उद्देश्य है कि लोग खुद के लिए आधे घंटे या 15 मिनट का वक्त निकालें। इस भागमभाग के बीच योग या एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी हो जाता है। आज हम आपकों बताएंगे कि महिलाओं के लिए योग करना क्यों जरूरी हो जाता है।
महिलाओं के फायदेमंद योगासन
आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताएंगे जिसकी मदद से महिलाएं खुद को फिट रख सकती हैं। साथ ही साथ गंभीर बीमारी के जोखिम से भी बची रह सकती है। आइए इस विस्तार से जानें कि कौन से योगासन करने से महिलाओं को फायदे मिलते हैं?
भुजंगासन(Bhujangasana)
यह आसन बढ़ती उम्र को लेकर बेहद जरूरी है। खासकर 30 की उम्र के बाद तो हर महिला को यह आसन शुरू करना चाहिए। यह बॉडी के अपर पार्ट के ऊपर खिंचाव पैद करता है और चेहरे के ऊपर चमक लाने में भी मदद करता है। समय के साथ-साथ चेहरे पर झुर्रिया आ जाती है जिससे महिलाएं अपनी असल उम्र से ज्यादा की लगती है। महिलाएं चेहरे में चमक लाने के लिए व झुर्रियों को कम करना चाहती हैं तो उन्हें योग को जरुरी अपनाना चाहिए। भुजंगासन से चेहरे की झुर्रियों में कमी आ सकती है क्योंकि भुजंगासन से शरीर के साथ-साथ चेहरे की मांसपेशियों में भी खिचावं पैदा होता है।
धनुरासन(Dhanurasana)
आज के भाग-दौड़ भरी जिंदगी में खान-पान में भी बदलाव आ जाता है जिसके कारण ओवरवेट होना आम बात है। जिन महिलाओं का ओवरवेट है उन्हें तो धनुरासन योग जरूर करना चाहिए। इससे बॉडी का पॉश्चर भी सही रहता है। पूरी बॉडी ठीक से स्ट्रेच होती है। धनुरासन पीठ की मांसपेशियों में खिचाव पैदा करने के लिए व्यापक रूप लोकप्रिय माना जाता है। यह रीढ़ की हड्डी के बेहतर विस्तार के साथ-साथ कई अन्य मांसपेशी समूहों को भी सक्रिय करता है। इसके अलावा, यह तनाव से राहत देते हुए बेहतर एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने को प्रोत्साहित करता है।
तितली आसन(Butterfly Pose)
जिन महिलाओं को पीरियड्स से जुड़ी समस्या होती है उन्हें तितली आसन प्रतिदिन करना चाहिए। इससे जांघों और पैरों की मांसपेशियों मजबूत होती है। तितली आसन कूल्हे के जोड़ की मांसपेशियों को खोलने और शरीर के निचले हिस्से को टोन करने में मदद करता है। यदि आपको इसका अभ्यास करते समय शरीर में दर्द महसूस होता है तो आप इस आसन को करने से बच सकते हैं। बटरफ्लाई पोज़ के कई मायने में फायदेमंद हो सकता हैं जैसे, सीपीपी, पीसीओएस, गर्भावस्था और माइग्रेन में।