भोपाल। प्रदेश के मौसम में पल-पल बदलाब देखने को मिल रहा है। भीषण गर्मी के बीच प्रदेश में बूंदा-बांदी देखी गई। वहीं बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से लगातार आ रही नमी के कारण प्रदेश के अधिकतर शहरों में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक रायसेन में 24.2, पचमढ़ी में 13.2, नर्मदापुरम में 15.6, छिंदवाड़ा में 12.4, दमोह में आठ, उज्जैन में आठ, भोपाल में 7.5, रतलाम में 7.2, खंडवा में पांच, बैतूल में 5.2, सिवनी में 2.2, सागर में दो, इंदौर में 0.8, उमरिया में 1.8, गुना में 0.2 एवं सतना में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को भी इंदौर संभाग के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर लगभग पूरे प्रदेश में वर्षा होने की संभावना है। रविवार से प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में कमी आ सकती है। उसके बाद दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
वेदर सिस्टम सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इससे एक द्रोणिका भी संबद्ध है। दक्षिणी राजस्थान एवं उससे लगे उत्तरी गुजरात पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर उत्तरी ओडिशा तक भी एक द्रोणिका बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी में एक प्रति चक्रवात अभी भी बना हुआ है।
बादलों का डेरा बरकरार
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से लगातार आ रही नमी के कारण प्रदेश के अधिकतर इलाकों में रुक-रुककर वर्षा का दौर बना हुआ है। बादल बने रहने और वर्षा होने के कारण सभी शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम पर बना हुआ है। शनिवार को भी नर्मदापुरम, भोपाल, जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर, उज्जैन, चंबल संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है। उधर बंगाल की खाड़ी में बने प्रति चक्रवात के तट से दूर चले की संभावना है। जिसके चलते रविवार से प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में कमी आने के आसार भी है।