भोपाल। लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को भाजपा के दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कार्यालय में चुनाव समिति की बैठक हुई, जिसमें पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा समेत बीजेपी के सभी बड़े नेता शामिल हुए। खबरें है कि इस बैठक में एमपी की 29 लोकसभा सीटों पर भी चर्चा की गई है। सीएम मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष V.D शर्मा भी इस बैठक में शामिल हुए थे। माना जा रहा है कि भाजपा की पहली लिस्ट में प्रदेश की कुछ सीटों पर भी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान हो सकता है। बीजेपी ने प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों को 2 हिस्सों में बांटा है। उसी के हिसाब से हर सीट पर काम किया जा रहा है।
2 हिस्सों में बाटी गई सीटें
एमपी में बीजेपी ने सीटों को 2 हिस्सों में बांटा है। पहले वर्ग में प्रदेश की उन सीटों को रखा है, जिन्हें सेफ जोन में माना गया है. इन सीटों पर पार्टी ने पिछले चुनाव में भी बड़ी जीत हासिल की थी। वहीं दूसरे चरण में उन सीटों को रखा है, जिनमें पार्टी को मजबूत चेहरा तय करना पड़ेगा। ऐसे में संगठन हर एक सीट पर सक्रिए नजर आ रहा है. दिल्ली में हुई बैठक में सीएम मोहन और वीडी शर्मा ने प्रदेश की सभी सीटों के बारें में केंद्रीय नेतृत्व को जानकारी दी है. जिसके बाद ही इन सीटों पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
पहले श्रेणी की सीटें
बीजेपी ने एमपी की 16 सीटों को पहले चरण में रखा है, इन सीटों पर पार्टी पिछले कई चुनावों से लगातार जीत हासिल कर रही है और मजबूत भी है। भाजपा के सर्वे में यह 16 सीटें सुरक्षित मानी गई हैं। जहां प्रत्याशी से ज्यादा पार्टी का दबदबा रहा है. पहली श्रेणी में राजधानी भोपाल के साथ विदिशा, इंदौर, दमोह, सीधी, सतना, मुरैना, ग्वालियर, बालाघाट, सीधी, खरगोन, होशंगाबाद, देवास, जबलपुर, बैतूल और खजुराहो सीट शामिल है। इन सीटों पर भारतीय जनता पार्टी को पिछले कुछ चुनावों में बड़ी जीत हासिल हुई है।
दूसरी श्रेणी की सीटें
वहीं दूसरी श्रेणी की सीटों में बीजेपी ने मंडला, खंडवा, उज्जैन, रीवा, शहडोल, भिंड, टीकमगढ़, गुना, मंदसौर, रतलाम, धार, राजगढ़ और छिंदवाड़ा सीट को दूसरी श्रेणी में रखा है, 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने छिंदवाड़ा सीट को छोड़कर सभी जगह जीत हासिल की थी। लेकिन कई सीटों पर पार्टी के हार जीत में अंतर रहा था. ऐसे में भाजपा इन सीटों पर मजबूत उम्मीदवार उतारने की तैयारी में हैं, जबकि यहां सभी सीटों पर बूथ कार्यकर्ताओं को भी सक्रिए कर दिया गया है. दरअसल, बीजेपी का मानना है कि इन सीटों पर प्रत्याशी मजबूत होना चाहिए, जो पार्टी को जीत दिलाने में सक्षम हो।
एमपी में ‘मिशन-29’ पर भारतीय जनता पार्टी
भारतीय जनता पार्टी इस बार एमपी में ‘मिशन-29’ के लक्ष्य के साथ चल रही है। भाजपा का फोकस सभी सीटों को जीतने का है। जिसके लिए सीएम मोहन यादव और V.D शर्मा तैयारियों में जुटे हैं. बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 29 में से 28 सीटों पर जीत मिली थी। केवल छिंदवाड़ा सीट पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन हार जीत का अंतर बहुत कम रहा था। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी का फोकस छिंदवाड़ा पर भी बना हुआ है।
सांसदो का टिकट काट सकती है भाजपा
गौरतलब है भारतीय जनता पार्टी एमपी में कुछ सांसदों के टिकट काट सकती है। पार्टी विधानसभा चुनाव में हारने वाले कुछ नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़वा सकती है, जबकि कुछ सीटों पर नए चेहरों या युवा चेहरों को मौका दे सकती है। दिल्ली में हुई चुनाव समिति की बैठक में कुछ चेहरों पर मुहर लगने की बात भी राजनीतिक गलियारों में चल रही है, जिसके बाद कहा जा रहा है कि पार्टी जल्द ही पहली सूची जारी कर सकती है।