भोपाल। एमपी के हरदा जिले में बैरागढ़ क्षेत्र के सिविल लाइन थाना में बुधवार को उस वक्त अजीब स्थिति बन गई, जब कुछ स्कूली बच्चे अपनी चोरी हई साइकिलों की फरियाद लेकर थानेदार के पास पहुंचे थे। इस दौरान पास ही की किसी प्राथमिक शाला के करीब 10 से 12 बच्चे पुलिसकर्मियों से अपनी बाल मनुहार लगाते दिखे।
बच्चों की चोरी हुई साइकिल
वहीं, इनमें से दो बच्चों की साइकिल स्कूल से ही चोरी हुई थी। यही नहीं इनमें से एक बालक तो भावुक होकर पुलिस से फरियाद लगा रहा था कि उसकी साइकिल उसके पापा की आखिरी निशानी है, इसलिए उसे ढूंढ कर वापस दिला दें। हालांकि, पुलिस ने फिलहाल उन्हें समझाइश देकर घर भेजा, तो वहीं उनकी साइकिल ढूंढने की कोशिश की जा रही है।
थाने पहुंचे बच्चें
हरदा नगर के बैरागढ़ क्षेत्र में रहने वाले प्राथमिक शाला के दो बच्चों की साइकिल उनके स्कूल से ही किसी बदमाश ने चुरा ली। इसके बाद दोनों ही बालक अपने 10 से 12 स्कूली साथियों के साथ साइकिल ढूंढने की फरियाद को लेकर शहर के सिविल लाइन थाना पहुंचे। जहां मौजूद पुलिस स्टाफ से उन्होंने अपनी साइकिल ढूंढकर वापस उन्हें लौटा देने की फरियाद की। उन्होंने पुलिस को बताया कि जब वे स्कूल में पढ़ रहे थे, इस दौरान उनकी साइकिल चोरी हो गई तो वहीं पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाइश के साथ ही आश्वासन भी दिया और वापस घर भेजा। फिलहाल, उनकी साइकिल की तलाश की जा रही है। बता दें कि कुछ दिन पूर्व ही इसी क्षेत्र में संचालित अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट के बाद से ही यह क्षेत्र चर्चा में बना हुआ था, इसके बाद अब प्राथमिक शाला के बच्चों के पुलिस वालों से की जा रही बाल मनुहार को लेकर भी इस क्षेत्र की चर्चा लोगों की जुबान पर फिर से शुरू हो गई है।
पापा की आखिरी निशानी थी
वहीं, अपनी चोरी गई साइकिल की शिकायत लेकर स्कूल से थाने पहुंचे एक छात्र ललित ने बताया कि मेरी साइकिल बैरागढ़ में स्कूल से चोरी हो गई थी। इसलिए हम थाने आए थे तो वहीं जब बालक से पूछा गया कि थाने में तुमने क्या कहा, तब उसने रोते हुए बताया कि हमने थाने में बोला कि, हमारी साइकिल चोरी हो गई है, मेरे पापा की आखिरी निशानी थी वो, इसलिए मेरी साइकिल मेरे को चाहिए। वहीं एक अन्य बालक आर्यन भार्गव जिसकी साइकिल चोरी हुई थी, उसने बताया कि मेरी रेंजर साइकिल बैरागढ़ में स्कूल से चोरी हो गई थी, इसलिए थाने आया था।