भोपाल। प्रोजेक्ट चीता को लेकर मध्य प्रदेश के श्योपुर का कूनो नेशनल पार्क सालभर सुर्खियों में रहा। प्रोजेक्ट चीता के बाद अब एमपी में प्रोजेक्ट एलिफेंट की शुरुआत होने जा रही है। प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क और मंदसौर के गांधीसागर में चल रहे प्रोजेक्ट चीता की समीक्षा के दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने ऐलान करते हुए कहा कि एमपी के साथ नए प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे। कूनो को केंद्रीय इको टूरिज्म का केंद्र बनाया जाएगा। वहीं एमपी में प्रोजेक्ट टाइगर की तरह अब प्रोजेक्ट एलीफेंट शुरू किया जाएगा।
प्रोजेक्ट एलिफेंट को अमलीजामा पहनाए जाने की तैयारी
श्योपुर प्रवास के दौरान सेसईपुरा में स्थित जंगल रिसॉर्ट में मुख्यमंत्री यादव के आग्रह पर केंद्रीय मंत्री ने प्रोजेक्ट एलिफेंट को अमलीजामा पहने जाने की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने वन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश को इको टूरिज्म का हब बनाने की कार्य योजना बनाई जाए। इसे रोजगार और अर्थव्यवस्था से जोड़ते हुए करीब 2 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए, इसी तरह गांधी सागर अभ्यारण में भी ऐसी गतिविधियां संचालित की जाएंगी।
कूनो बनेगा इको टूरिज्म का हब
समीक्षा बैठक में केंद्रीय वनमंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि कूनो को इको टूरिज्म का हब बनाया जाएगा और इको टूरिज्म की स्थापना भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि सीटों के पूरे स्थापना से पूरे विश्व में हमने सफलता पाई है। जल्द ही गांधी सागर में भी साउथ अफ्रीका और नामीबिया के चीता ले जाएंगे। चीतों को लाने से पहले प्रदेश में 3 केंद्र गांधी सागर अभ्यारण्य और तीसरा नौरादेही अभ्यारण में सर्वे टीम भेजी जाएगी। टीम इन स्थानों पर सीटों की बसाहट की स्थिति को देखेगी।
वनमंत्री ने बताया
समीक्षा बैठक के दौरान केंद्रीय वनमंत्री ने यह भी बताया कि प्रोजेक्ट एलिफेंट के जरिए स्थानीय लोगों को हाथियों से बचाव के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। उनको गजमित्र बनाकर प्रोजेक्ट चलाया जाएगा। प्रोजेक्ट के जरिए केंद्रीय दल एमपी आएगा। यह दल केरल और असम के राज्यों के अनुभव के आधार पर यहां के हाथियों के झुंड की व्यवहार का अध्ययन करेगा और उसके संबंध में अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौपे गा।
रोजगार विकसित करेंगे
मुख्यमंत्री के साथ श्योपुर पहुंचे केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने चीता मित्र सम्मलेन में भी शिरकत करते हुए मंच से कहा कि कूनो में शुरू किया गया चीता प्रोजेक्ट अपनी सफलता की राह पर है। वर्तमान में यहां पर 21 चीता हैं और यह एक बड़ी संभावनाओं का क्षेत्र है। चीता पुनर्स्थापना के साथ-साथ अन्य गतिविधियों को संचालित करने के लिए यहां पर व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि पर्यटन से जुडे 40 से ज्यादा रोजगार और धंधो को विकसित करने की दिशा में कार्य किया जायेगा, जिससे रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।