भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेत्री उमा भारती इन दिनों अपने ही पार्टी से नाराज चल रही हैं। बीजेपी नारी शक्ति वंदन बिल संसद के दोनों सदनों से पास करने के बाद खुशी मना रही है। इसे नारी शक्ति का सम्मान और हक की लड़ाई की जीत कह रही है। वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेत्री उमा भारती ने OBC के महिलाओं के लिए आरक्षण ना होने के लेकर नाराजगी जताई है। आज उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा आज राज्यसभा में भी महिला आरक्षण बिल पूर्ण बहुमत से पारित हो गया। अब पिछड़े वर्गों को स्थान देने के लिए एक और संशोधन का मार्ग निकालना है, इसलिए भोपाल शहर के एवं उसके आसपास के पिछड़े वर्ग के प्रमुख नेताओं के साथ विचार विमर्श हुआ। 23 सितंबर को एक और बड़ी बैठक बुलाने का फैसला हुआ है।
प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने 19 सितंबर के दिन प्रधानमंत्री को लिखे पत्र को सर्वजनिक करते हुए बताया कि वे इस बात से निराश हैं कि विधेयक में महिलों के लिए 33 % सीट आरक्षित किया गया है लेकिन ओबीसी महिलाओं के लिए कोई कोटा तय नहीं किया है। उन्होंने उस घटना को भी याद दिलाया जब सन 1996 में प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा विधेयक लोकसभा में पेश किया गया था तब उन्होंने ओबीसी महिलाओं के लिए कोई कोटा तय करने के मत का समर्थन किया था। उन्होंने ये भी बताया उस समय कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही इस मुद्दे पर एक साथ थे।
पार्टी से हैं नाराज
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती इन दिनों पार्टी से नाराज चल रही हैं। पार्टी के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा था कि अगर आप उन नेताओं के वजूद को पीछे धकेल देंगे, जिनके दम पर पार्टी का वजूद खड़ा है, तो आप एक दिन खुद खत्म हो जाएंगे। दरसअल, आशीर्वाद यात्रा में न्यौता न मिलने से वो नाराज थी। पिछले कुछ दिनों से वो लगातार एक्टिव बनी हुई हैं।