भोपाल। सतपुड़ा भवन आग मामले में जांच कमेटी ने सोमवार को सरकार को रिपोर्ट सौंपी. इस रिपोर्ट में जांच कमेटी ने सतपुड़ा भवन की थर्ड फ्लोर में AC के पावर सप्लाई लूज कनेक्शन में स्पार्किंग से आग लगना पाया. आगजनी की घटना में अनुमानित आंकलन आर्थिक हानि 24 करोड़ बताया गया है. बता दें कि कमेटी ने तीन स्थानों का निरीक्षण किया. साथ ही 32 लोगों के बयान लिए, जिसके बाद जांच कमेटी ने 287 पन्नों की रिपोर्ट सरकार को सौंपी.
तीसरे फ्लोर पर लगी थी आग
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 4 बजे के आस-पास सतपुड़ा भवन के तीसरे फ्लोर पर आग लगी थी. देखते ही देखते इस आग ने विकराल रुप धारण कर लिया. आग लगने की वजह से पूरी बिल्डिंग में भगदड़ मच गई थी. लोगों में डर का माहौल बन गया था. धीरे-धीरे ये आग चौथे फ्लोर तक पहुंच गई थी. आग की वजह से बिल्डिंग में लगी एसी फट गई, जिसके बाद करीब 50-60 दमकल की गाड़ियां, 300 टैंकर और दो एफबी सहित विभाग के कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद लगभग 15 घंटे बाद आग पर काबू पाया.
क्या काम होते हैं सतपुड़ा भवन में?
आपको बता दें कि सतपुड़ा भवन में मध्य प्रदेश सरकार के कई ऑफिस भी थे. जिसके बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर सवाल खड़ा किया है. ये पूरा घटना क्रम कैसे हुआ, कब-कब क्या हुआ? क्या एक्शन लिया गया? चलिए जानते हैं. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के वल्लभ भवन के सामने सतपुड़ा भवन स्थित है. यह छह फ्लोर की बिल्डिंग है. यह मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा प्रशासनिक भवन है. इसमें रोजाना लगभग 700 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं. बता दें कि प्रदेश में प्रशासन से जुड़ी सारी गतिविधियां इस भवन से होकर आती जाती हैं.