भोपाल। मुख्यमंत्री के गृह जिले से हेराफेरी की अनोखी खबर सामने आई है। मध्यप्रदेश वेयरहाउसिंग लाजिंग के आष्टा वेयर हाउस में रखे नेफेड के हजारों क्विंटल चने में वेयर हाउस मैनेजर धर्मेन्द्र परमार ने टैंकर से पानी का छिड़काव कराया, जिससे चनों का वजन बढ़ गया था। प्रशासन की टीम की जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है. इसके बाद कलेक्टर को कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भेज दिया गया है.
एसडीएम आनंद सिंह राजावत ने क्या कहा?
एसडीएम आनंद सिंह राजावत ने जानकारी देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश वेयरहाउसिंग लाजिंग के वेयरहाउस में नेफेड का चना रखा हुआ है। उसमें टैंकर से पानी डालने की जानकारी मिली तो तुरंत नायब तहसीलदार अतुल शर्मा, खाद्य निरीक्षक रेशमा भामोर व मार्कफेड के प्रबंधक मनोज धनगर द्वारा जांच कराई गई।
दो ट्रकों में भरा था इतना चना
अधिकारियों ने जांच में पाया कि दो ट्रक चने से भरे हुए थे. उन्हें रोककर एक ट्रक में से 70 बोरी और दूसरे में से 60 बोरी निकलवाई गई. जब इनका वजन कराया गया तो इनमे अंतर था. बताया जा रहा है कि जब चना खरीदा गया था तो एक बोरे में चनों का वजन 50 किलो 600 ग्राम था, लेकिन जांच के दौरान 54 किलो वजन निकला। वेयरहाउस के प्रबंधक धर्मेंद्र परमार पिता बद्री प्रसाद परमार ने अपने कर्मचारियों के साथ शासन के रखे हुए चने में धोखाधड़ी की। जांच टीम ने प्रबंधक धर्मेंद्र परमार और टैंकर चालक राहुल के पिता जसवंत मेवाड़ा, दैनिक वेतन भोगी शेखर पिता हरिप्रसाद मालवीय के बयान भी लिए गए। गोदाम क्रमांक 15 में भी चने पर पानी छिड़कने की खबर मिली है। राजावत ने जानकारी देते हुए कहा कि आगे की कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर को प्रतिवेदन भेजा गया है।