भोपाल। मध्य प्रदेश के महू में बुधवार रात एक बड़ा हंगामा हुआ. आदिवासी युवती की संदिग्ध मौत पर क्षेत्र के लोगों ने पहले रास्ते को जाम किया, फिर थाने पर पथराव करना शुरू कर दिया। पथराव में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बचाव करते हुए पुलिस ने फायरिंग की और आंसू गैस के गोले दागे। कई पुलिसकर्मियों के गंभीर घायल रूप से होने की भी सूचना मिली है। पुलिस ने एक बार तो आदिवासियों को खदेड़ दिया था. पर वे दूसरी बार फिर भीड़ जुटाकर आए और गोफन से हमला शुरू कर दिया। इंदौर से भी पुलिस की टीम महू पहुंच गई है। गोली लगने से एक युवक की मृत्यु हो गई है, जिसका शव एमवाय अस्पताल भेजा गया है।
पुलिस ने बताई मौत की वजह
क्षेत्र की युवती की मौत पर आदिवासियों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि मामला दबाया जा रहा है। आरोप है कि दबंगों ने पहले युवती का बलात्कार किया, फिर उसकी हत्या कर दी. वहीं पुलिस ने इसका जवाब देते हुए कहा कि युवती की मौत करंट लगने से हुई है। आदिवासियों ने युवती की मौत के बाद सड़क पर उसका शव रखकर सड़क जाम की। इसके बाद आग बबूला हुई भीड़ ने पास के थाने पर भी हल्ला बोल दिया।
मामले पर राजनीति हुई शुरू
बता दें कि इस मामले को लेकर विपक्षी नेता भी समर्थन में उतर गए हैं. मामले को लेकर कांग्रेस की टीम महू पहुंच गई हैं. जिसमें कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शामिल हैं। वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
हमले में इतने पुलिसकर्मी हुए घायल
यह मामला महू के बडगोंदा थाना क्षेत्र का है। इस बवाल में छह पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं। घटना के बाद रातभर तनाव का माहौल बना रहा। युवती की मौत के बाद परिजन ने बुधवार शाम डोंगरगांव चौकी के सामने युवती का शव रखकर जाम लगा दिया था। करीब एक घंटे तक प्रदर्शन किया गया। इस दौरान गुस्साए लोगों ने पुलिस चौकी पर पथराव किया। साथ ही उन्होंने पुलिस की गाड़ियों में भी जमकर तोडफ़ोड़ की। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे, लाठीचार्ज कर हवाई फायर भी किए। इस बवाल में जयस के कार्यकर्ता के शामिल होने की भी सूचना मिल रही हैं।