भोपाल: बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बीते कुछ दिनों से लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. लोगों की किस्मत चमकाने का दावा करने वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की किस्मत आजकल खुद उनसे रुठी हुई सी है. तभी तो पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री रोज किसी ना किसी मुसीबत में फंसे नजर आ रहे हैं. पहले खबर आई की धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के छोटे भाई शालिग्राम गर्ग ने मुंह में सिगरेट दबाकर और हाथ में तमंचा लेकर गांव की शादी में उपद्रव मचाया है. पंडित जी इसपर अभी कुछ कह पाते तभी खबर आई कि बागेश्वर धाम दरबार में आई एक लड़की की मौत हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से यह खबर आ रही है कि एक 10 वर्षीय लड़की बाबा के दरबार में अपनी इलाज के लिए पहुंची थी. बाबा ने उसका इलाज भी कर दिया था, लेकिन बाबा के इलाज के अगले दिन उसकी मौत हो गई. लड़की की मौत होने से बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथित शक्तियां सवालों के घेरे में आती हैं.
क्या है पूरा मामला
कई मीडिया रिपोर्ट्स ने इस स्टोरी को कवर किया है. बतौर मीडिया रिपोर्ट्स राजस्थान के बाड़मेर के रहने वाले बुधराम अपनी बेटी विष्णु कुमारी को लेकर धीरेंद्र शास्त्री के दरबार में पहुंचे थे. लड़की के पिता के अलावा उसकी मां धम्मू देवी और मौसी गुड्डी भी लड़की के साथ थे. परिजनों ने बताया कि विष्णु (मृत लड़की) मिर्गी की बिमारी से ग्रसित थी. उन्होंने बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के चमत्कारों के बारे में लोगों से सुना था. इसलिए उन्होंने लड़की को बाबा के दरबार में लाने के लिए सोचा.
बाबा ने भभूति दी थी
मृतका के मौसी ने बताया कि वो डेढ़ साल से बाबा धीरेंद्र शास्त्री के दरबार में आया करती थी. उनके सुझाव पर ही घरवाले लड़की को धीरेंद्र शास्त्री के दरबार में लेकर पहुंचे थे. जब वे लोग बाबा के यहां पहुंचे और धीरेंद्र शास्त्री से सारी बात बताई तो उन्होंने परिवार वालों को एक भभूति दी और उन्होंने कहा कि बच्ची शांत हो गई हैं. इसे ले जा सकते हो.
बाबा की बूटी काम न आई
बच्ची के परिजनों ने बताया कि बाबा के द्वारा भभूति देने के बाद भी बच्ची को कुछ अराम नहीं मिला . उसे रातभर मिर्गी के दौरे आते रहे. दौरो के कारण बच्ची रातभर सो नहीं पाई, लेकिन अगली दोपहर जब उसकी आंख लगी तो परिवार वालों को लगा कि बच्ची सो रही है, लेकिन बहुत देर तक शरीर में कुछ हलचल नहीं होने पर परिवार वालों को शक हुआ. परिवार वालें बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.