भोपाल: दुनिया भर में सभी देश का सपना होता है, चांद और अन्य ग्रह के सतह पर पहुंचना। कुछ समय पहले ही भारत अपने च्रद्रायण को चांद पर भेजने में सफलता हासिल किया था। (Pakistan Lunar Mission) इस दौरान अब पड़ोसी देश पाकिस्तान आज 3 मई को ‘ऐतिहासिक’ मून मिशन आई क्यूब-क्यू (iCube-Q) लॉन्च करने […]
भोपाल: दुनिया भर में सभी देश का सपना होता है, चांद और अन्य ग्रह के सतह पर पहुंचना। कुछ समय पहले ही भारत अपने च्रद्रायण को चांद पर भेजने में सफलता हासिल किया था। (Pakistan Lunar Mission) इस दौरान अब पड़ोसी देश पाकिस्तान आज 3 मई को ‘ऐतिहासिक’ मून मिशन आई क्यूब-क्यू (iCube-Q) लॉन्च करने जा रहा है. आज शुक्रवार दोपहर 12 बजकर 50 मिनट पर इसे लॉन्च किया जाएगा। खास बात यह है कि चीन इस कार्य में पाकिस्तान के साथ है। पाकिस्तान यह ‘ऐतिहासिक’ मून मिशन चीन के हैनान से चैंग 6 (Chang’e 6) ल्यूनर प्रोब के साथ रवाना करने वाला है। इसकी सूचना बीते 30 अप्रैल को इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी (आईएसटी) की तरफ से दी गई थी।
इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी के मुताबिक, पाकिस्तान अपने ‘ऐतिहासिक’ मून मिशन आई क्यूब-क्यू को अपने नेशनल स्पेस एजेंसी सुपारको और चीन की शंघाई यूनिवर्सिटी एसजेटीयू के साथ मिलकर तैयार किया है। (Pakistan Lunar Mission) बता दें कि पाकिस्तान के आई क्यूब-क्यू में दो ऑप्टिकल कैमरा लगाए गए है। जो चांद पर पहुंचने बाद वहां की तस्वीरों को कैप्चर करेगा। हालांकि इसकी सफल टेस्टिंग भी की गई है। इसके बाद आईक्यूब-क्यू अब चीन के चैंग-6 मिशन के साथ इंटीग्रेट किया गया है।
आज हो रहे पाकिस्तान और चीन के मिशन लॉन्चिंग का लाइव टेलिकास्ट आईएसटी की वेबसाइट के साथ आईएसटी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी देख सकते है, जबकि इस कड़ी में प्रमुख टीवी न्यूज चैनल्स पर भी इससे जुड़ी ख़बरें प्रसारित होंगे.
बता दें कि चीन का चैंग-6 छठा मून मिशन है। जो चांद पर भेजने की तैयारी है। (Pakistan Lunar Mission) जहां से चीन रहस्य्मय जानकारी को पता करने की कोशिश करेगा। इस मिशन के माध्यम से चीन चांद पर मौजूद कुछ सैंपल्स जुटाएगा। इसके बाद पृथ्वी पर उसका रिसर्च करेगा। चीन का यह मिशन अति खास है क्योंकि अपने साथ यह मिशन पाकिस्तान के ‘ऐतिहासिक’ मून मिशन आई क्यूब-क्यू को साथ लेकर मून तक जाएगा। इसे आईएसटी ने डिजाइन और डेवलप किया है. क्यूबसैट सैटेलाइट एक प्रकार के मिनिएचर सैटेलाइट हैं, जिसका आकार छोटा है और डिजाइन स्टैंडर्ड। इन्हें क्यूब के आकार का डिजाइन दिया गया है और इनमें मॉड्यूलर कंपोनेंट्स बनाए गए हैं. ऐसे वजन की बात करें तो इसका वजन कुछ किलोग्राम में है।
पाकिस्तान का मकसद स्पेस पहुंच कर साइंस और रिसर्च के क्षेत्र में सफलता हासिल करना है। (Pakistan Lunar Mission) इसकी तैयारी भी पाकिस्तान चीन के साथ मिल कर कर रहा है। हालांकि भारत ने इससे पहले अगस्त 2023 में मून मिशन चंद्रयान-3 के माध्यम चांद के साउथ पोल (दक्षिणी ध्रुव) पर पहुंच कर दुनिया भर में इतिहास बना दिया था. इस प्रकार इंडिया वहां पहुंचने वाला पहला देश बना था.