भोपाल। एमपी में मौसम लगातार बदलाव आया है। वहीं प्रदेश के अलग अलग जिलों में बारिश के साथ ओले गिर रहे हैं। इसके साथ ही उत्तर से आ रही शीत लहर ने सुबह और शाम को फिर से ठिठुरन बढ़ा दी है। प्रदेश में बदला मौसम का मिजाज प्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार बदला […]
भोपाल। एमपी में मौसम लगातार बदलाव आया है। वहीं प्रदेश के अलग अलग जिलों में बारिश के साथ ओले गिर रहे हैं। इसके साथ ही उत्तर से आ रही शीत लहर ने सुबह और शाम को फिर से ठिठुरन बढ़ा दी है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार बदला हुआ है। गर्मी का आगाज होते-होते अब सर्दी ने दस्तक दे दी है। सर्द हवाओं के रफ्तार पकड़ने के बाद अब कई जिलों में लगातार तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। मंगलवार को शाजापुर जिले के गिरवर में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। छतरपुर के बिजावर में 8.1, पचमढ़ी में 8.4 ग्वालियर में 8.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। वहीं, कई स्थानों में हल्की बूंदाबांदी के साथ तेज हवाओं का दौर भी जारी है। देश के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का सीधा असर मैदानी राज्यों में देखा जा रहा है। इसके चलते प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज हवा रफ्तार पकड़ रही है। मंगलवार को ग्वालियर और राजगढ़ में शीतलहर चली।
ग्वालियर में न्यूनतम तापमान 8.6, राजगढ़ में 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 15 मार्च तक मौसम का मिजाज ठंडा ही बना रहेगा। बुधवार से एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसका असर 10 मार्च तक रहने की संभावना है। 20 मार्च के बाद गर्मी का असर महसूस होने लगेगा। मार्च के आखिरी सप्ताह में तापमान 35 डिग्री के आसपास पहुंच सकता है। आने वाले दिनों में भी मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में इसी तरह वर्षा और ओलावृष्टि का दौर जारी रह सकता है।
ट्रफ लाइन बनने के चलते मौसम में यह परिवर्तन देखने मिल रहा है। यही वजह है कि एमपी के जबलपुर, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, खंडवा, हरदा और बैतूल के साथ-साथ सिवनी में बारिश ओले की स्थिति बनी है। आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का मिजाज बिगड़ा था, जिसके चलते वर्षा और ओलावृष्टि का दौर देखने को मिला था। बुधवार को भी प्रदेश के ग्वालियर और मुरैना में बौछार पड़ने का अनुमान जताया गया है। इसके अलावा प्रदेश के अन्य सभी हिस्से शुष्क बने रह सकते हैं।