रीवा। योग के क्षेत्र में उभरते हुए युवा सितारा आदर्श पांडेय ने एक और रिकॉर्ड बनाकर जिले का नाम गर्व से ऊँचा कर दिया है. 19 वर्षीय आदर्श ने यह दूसरा रिकॉर्ड अपने नाम किया है. आदर्श ने यह रिकॉर्ड 31 मिनट तक कर्णपीड़ासन योग मुद्रा में दर्ज किया है. इस योग मुद्रा को एशिया […]
रीवा। योग के क्षेत्र में उभरते हुए युवा सितारा आदर्श पांडेय ने एक और रिकॉर्ड बनाकर जिले का नाम गर्व से ऊँचा कर दिया है. 19 वर्षीय आदर्श ने यह दूसरा रिकॉर्ड अपने नाम किया है. आदर्श ने यह रिकॉर्ड 31 मिनट तक कर्णपीड़ासन योग मुद्रा में दर्ज किया है. इस योग मुद्रा को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया गया है.
आपको बता दें कि बचपन से ही आदर्श को योग के संस्कार, परिवार के बड़े-बुजुर्गों से हासिल हुए हैं. आदर्श ने इन्हीं संस्कारों को अपने जीवन का मकसद बना लिया और आज रीवा के आदर्श कम आयु में शहर के युवाओं के योग गुरु बन गए हैं. साथ ही एक के बाद एक रिकॉर्ड दर्ज कर रहे हैं.
आदर्श ने दावा किया कि उन्हें कर्णपीड़ासन के लिए एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की ओर से 17 मिनट का लक्ष्य पूरा करने के लिए कहा गया था, जबकि उन्होंने इस लक्ष्य को तोड़ते हुए 31 मिनट 14 सेकंड तक कर्णपीड़ासन लगाए रखा था. ऐसा कर आदर्श ने इस खिताब को न सिर्फ अपने नाम किया बल्कि विंध्य क्षेत्र का नाम गर्व से ऊँचा किया और एशिया बुक ऑफ रिकार्ड धारक भी बन गए.
इससे पहले आदर्श ने पदमवक आसन में भी रिकॉर्ड अपने नाम किया था. उन्हें वर्ल्ड बुक आफ रिकॉर्ड की तरफ से प्रमाणपत्र सौंपा गया था. इस बार कर्णपीड़ासन में आदर्श ने रिकॉर्ड बना लिया है, जो बहुत ही मुश्किल था. इससे पहले कर्णपीड़ासन में 17.14 मिनट तक रहने का रिकॉर्ड हरियाणा की कनिष्का सिंह के नाम पर चल रहा था, लेकिन रीवा के आदर्श ने अपने लक्ष्य को पूरा कर लिया है और इस कठिन परीक्षा को पास कर योग के क्षेत्र में आदर्श पांडेय ने एक नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.