भोपाल। एमपी में पहले फेस के 6 सीटों पर शुक्रवार को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। मतदान शुरू होने से डेढ़ घंटे पहले सुबह 5.30 बजे मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि प्रदेश में 19 अप्रैल को सुबह 7 से शाम 6 बजे […]
भोपाल। एमपी में पहले फेस के 6 सीटों पर शुक्रवार को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। मतदान शुरू होने से डेढ़ घंटे पहले सुबह 5.30 बजे मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि प्रदेश में 19 अप्रैल को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान प्रक्रिया चलेगी।
बालाघाट संसदीय क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्र बैहर, लांजी और परसवाड़ा के सभी मतदान केंद्रों में सुबह 7 से दोपहर 4 बजे तक वोटिग होगी। राजन ने बताया कि मतदान शुरू होने के डेढ़ घंटे पहले सुबह 5:30 बजे मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। यह प्रक्रिया कैंडिडेट या उसके अधिकृत एजेंट की उपस्थिति में होगी। यदि कोई कैंडिडेट या उसका एजेंट 5:30 बजे मतदान केन्द्र पर उपस्थित नहीं होता है, तो 15 मिनट तक उनका इंतजार किया जाएगा.
निर्वाचन आयोग के मुताबिक, मतदान शुरू होने के डेढ़ घंटे पहले यानी सुबह 5.30 बजे मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। जब मॉक पोल किया जाएगा तब कैंडिडेट या उसके अधिकृत एजेंट मॉक पोल की प्रक्रिया में उपस्थित होकर पूरी घटना के साक्षी बनेंगे। यदि कोई कैंडिडेट या उसका एजेंट 5.30 बजे मतदान केन्द्र पर उपस्थित नहीं होता है, 15 मिनट तक उसका इंतजार किया जाएगा। इसके बाद मतदान दलों और अन्य सदस्यों की उपस्थिति में मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ की जायेगी। न्यूनतम 50 वोट से मॉकपोल किये जाने का प्रावधान है, जिसमें नोटा भी शामिल होगा।
मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ करने से पूर्व बैलेट यूनिट एवं वीवीपीएटी (Voter-verified paper audit trail ) को VVPAT कम्पार्टमेंट में रखा जाएगा. कंट्रोल यूनिट को पीठासीन अधिकारी की टेबल या मतदान अधिकारी के टेबल पर रखना होगा. इसके बाद ही मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी और आम मतदाता वोट कर पाएंगे. इलेक्शन कमीशन के अनुसार मतदान की प्रक्रिया को पूर्णतः पारदर्शी बनाए रखने के सारे उपाय आयोग द्वारा अपनाए जाएंगे.
अगर कहीं भी किसी कैंडिडेट उसके अधिकृत एजेंट या आम नागरिकों को आचार संहिता का उल्लंघन या चुनाव में किसी प्रकार की गड़बड़ी नजर आती है तो वह तत्काल cVIJIL (सी विजिल) मोबाइल ऐप के माध्यम से शिकायत कर सकेंगे.