भोपाल। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज गुरुवार को नीमच स्थित सीआरपीएफ दिवस के समारोह में शामिल हुए। यह समारोह सीआरपीएफ के ग्रुप सेंटर में आयोजित किया गया था। सीआरपीएफ दिवस परेड में अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। गृहमंत्री अमित शाह ने ‘शहीद स्थल’ पर सीआरपीएफ के बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। इसके […]
भोपाल। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज गुरुवार को नीमच स्थित सीआरपीएफ दिवस के समारोह में शामिल हुए। यह समारोह सीआरपीएफ के ग्रुप सेंटर में आयोजित किया गया था। सीआरपीएफ दिवस परेड में अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। गृहमंत्री अमित शाह ने ‘शहीद स्थल’ पर सीआरपीएफ के बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद परेड की सलामी ली।
यह कार्यक्रम केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल के 86वें स्थापना दिवस समारोह पर आयोजित किया गया। सीआरपीएफ दिवस हर साल 19 मार्च को मनाया जाता है, क्योंकि इस दिन साल 1950 में तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा सुरक्षा बल को ध्वज प्रदान किया गया था। नीमच का ऐतिहासिक मूल्य भी इस अवसर पर खास महत्व रखता है। 27 जुलाई 1939 को ब्रिटिश शासनकाल में ‘क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस’ की स्थापना की गई थी, जिसे 28 दिसंबर 1949 को सरदार वल्लभभाई पटेल ने “सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ)” नाम दिया।
सीआरपीएफ ने देशी रियासतों के एकीकरण से लेकर अंतर्राष्ट्रीय शांति स्थापना, आंतरिक सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, आतंकवाद विरोधी अभियान और वीआईपी सुरक्षा जैसे अनेक मोर्चों में सशक्त योगदान दिया है। आज यह दुनिया का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है। मुख्य समारोह से पहले 15 अप्रैल को महानिदेशक परेड आयोजित हुई थी, जिसका नेतृत्व सीआरपीएफ के महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने किया। आज के समारोह में सीआरपीएफ की आठ टुकड़ियों ने परेड की।
कार्यक्रम में गृहमंत्री अमित शाह वीरता पदकों के लिए चयनित सीआरपीएफ कर्मियों को गैलेंट्री अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया। कोबरा, वैली क्यूएटी, आरएएफ और डॉग स्क्वॉड जैसी इकाइयों द्वारा खास प्रदर्शन किया गया। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह शहीदों के परिवारों, परेड कमांडरों और जवानों के साथ बातचीत भी करेंगे।