NEET UG 2024 Result: इस समय नीट यूजी 2024 में कई सारे टॉपर्स का मुद्दा बेहद चर्चा में है. इस परीक्षा को दोबारा कराने को लेकर मांग की जा रही है. बीते दिनों NTA के अफसरों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि परीक्षा में गड़बड़ी नहीं हुई है. लेकिन लगातार रिजल्ट को रद्द करने और कथित रूप से एग्जाम पेपर लीक होने पर कार्रवाई की मांग की जा रही है. परीक्षा एक फिर से कराने को लेकर Supreme cour में याचिका दायर हुई थी, जिस पर आज सुनवाई होगी.
सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका में नीट परीक्षा में हुई धोखाधड़ी की जांच के लिए एसआईटी गठन की मांग की गई है। याचिका में परीक्षा रद्द करने और पेपर लीक की जांच पूरी होने तक काउंसलिंग पर रोक लगाने का मांग की गई है. इस मामले में जस्टिस विक्रम नाथ और संदीप मेहता की अवकाश पीठ सुनवाई करेगी. बताते चलें कि 17 मई को सुप्रीम कोर्ट ने पेपर लीक के आधार पर परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिका पर नोटिस जारी किया था. लेकिन शीर्ष अदालत ने रिजल्ट पर रोक लगाने से इनकार किया था. रिजल्ट आने के बाद याचिका दायर की गई है.
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि ग्रेस मार्क्स देना नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की तरफ से कुछ विद्यार्थियों को बैकडोर से एंट्री देना सही नहीं है. याचिकाकर्ताओं ने मुख्य रूप से परीक्षा के दौरान देरी के कारण कुछ छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स को चुनौती दी है और NEET-UG में प्रवेश के लिए नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने और नतीजे वापस लेने की मांग उठाई है. याचिका में कहा गया है कि ग्रेस अंक देना मनमाना था और कई छात्रों ने 720 में से 718 और 719 अंक प्राप्त किए हैं. जो कि करना सांख्यिकीय रूप से संभव नहीं है.
क्या है पूरा मामला
NEET यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट , इस बार की परीक्षा में 67 ऐसे छात्र हैं जिन्हें पहला स्थान हासिल हुआ है. यानी उन्हें पूरे 100 फीसदी नंबर मिले हैं. 720 में पूरे 720 नंबर. सबसे बड़ी बात कि TOP करने वाले 67 बच्चों में से 6 बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने एक ही सेंटर पर EXAM दी है, जो कि हरियाणा के झज्जर में है. वहीं इस परीक्षा में कुछ बच्चों के नंबर 718 और 719 आए हैं, जो परीक्षा की स्कीम के लिहाज से गणितीय रूप से बिल्कुल भी मुमकिन नहीं हैं. दरअसल, इस एग्जाम में एक सवाल सही होने पर स्टूडेंट को 4 अंक मिलते हैं. वहीं किसी सवाल का गलत जवाब देने पर मिले हुए अंकों में से एक अंक काट लिया जाता है. अब मानिए कि किसी विद्यार्थी ने सभी सवालों के जवाब लिखे जिसमें सिर्फ एक जवाब गलत हुआ तो उसे 715 नंबर मिलेंगे. अब ऐसे में सवाल उठ रहा है कि फिर किस आधार पर और किस गणित से कुछ छात्रों को 718 और 719 नंबर मिले हैं.इसके अलावा सवाल इस बात पर भी सवाल उठ रहा है कि जब नीट का रिजल्ट 14 जून को घोषित होना था तो इसे 4 जून को क्यों घोषित किया गया? क्या ऐसा जान बूझकर इसलिए किया गया ताकि लोगों का ध्यान चुनाव के परिणामों पर टिका रहे और नीट के रिजल्ट पर कोई बात ना हो? ये सवाल बड़ा हैं, जिनका जवाब शायद किसी जांच के बाद ही मिल सके. फिलहाल तो लगभग 24 लाख विद्यार्थी के डॉक्टर बनने का सपना अधर में लटका है.
SIT जांच की मांग
इसके अलावा इसमें ये भी सवाल उठाया गया है कि एक केंद्र के 67 विद्यार्थी को पूरे 720 अंक कैसे मिल गए? याचिका में कथित रूप से पेपर लीक की जांच पूरी होने तक NEET-UG 2024 प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली काउंसलिंग पर रोक लगाने की मांग उठाई है. साथ ही SIT के गठन की भी मांग की गई है.