भोपाल। प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले फेज की वोटिंग संपन्न हुई वहीं दूसरे फेज की वोटिंग कल यानी 26 अप्रैल को पूरे देश में होगी। पार्टियां अपने- अपने स्तर पर तैयारियां कर रही है। इस बार गुना लोकसभा सीट पर इस बार सिंधिया परिवार कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहता है। यही कारण है कि बेटे महाआर्यमन हों या फिर पत्नि प्रियदर्शिनी राजे हर कोई प्रचार प्रसार में जुटा हुआ है। हर रोज क्षेत्र में आम जनता से मुलाकात कर प्रचार कर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि 2019 की हार की टीस अभी खत्म नहीं हुई है. ऐसा इसलिए क्योंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नि प्रियदर्शिनी जनसंपर्क के दौरान भावुक हो गईं।
कभी आपने पूछा महाराज का हाल- प्रियदर्शिनी
प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया ने कहा कि जब “महाराज” चुनाव हार गए थे तो तब भी उन्हें गुना क्षेत्र की जनता की याद आती थी. महाराज गुना की जनता के लिए हमेशा चिंतित रहते थे” प्रियदर्शिनी राजे ने कहा कि वे महाराज से पूछती थीं कि आखिर क्यों जनता के बीच जा रहे हो? बदले में महाराज कहते थे अगर अपने परिवार के बीच न जाऊं तो फिर कहां जाऊं? प्रियदर्शिनी ने भावुक होकर बताया कि महाराज हमेशा आप लोगों की चिंता करते हैं खेती बाड़ी के बारे में पूछते हैं. कभी आप लोग पूछते हैं महाराज से वे कैसे हैं. प्रियदर्शिनी राजे ने कहा कि सिंधिया परिवार के 300 साल पुराने सम्बंध हैं.
आप तक योजनाएं पहुंचाने के लिए हंसना-रोना पड़ता है- प्रियदर्शनी
महिलाओं से संवाद करते हुए प्रियदर्शिनी राजे ने बताया कि आप लोगों को जिन योजनाओं का लाभ मिलता है. उसे लाने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती है कभी सोचा है? हंसना भी पड़ता है रोना भी पड़ता है. प्रियदर्शिनी राजे ने कहा कि चुनाव के 3 महीने बाद शिविर लगाए जाएंगे. जिनसे शासन की योजनाओं का लाभ मिलेगा. प्रियदर्शिनी राजे ने मावन, पगारा, महूखान, खेजरा, मंगवार समेत कई गांव में जनसंपर्क किया. आपको बता दें इस चुनाव में पूरा सिंधिया परिवार एक्टिव बना हुआ है, एक तरफ जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव प्रचार में पूरा दम खम दिखा रहे हैं तो वहीं उनकी पत्नि भी लगातार एक्टिव मूड में नजर आ रही हैं. बीते दिन उनके दीवार लेखन की तस्वीर पूरे सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई थी.
हार की दी दुहाई
दरअसल प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया जनसंपर्क करने के लिए गुना के ग्रामीण इलाकों में पहुंची थीं. ग्रामीण क्षेत्र में पहुंचने के बाद प्रियदर्शिनी ने महिलाओं के बीच सिंधिया परिवार के 300 वर्ष पुराने संबंधों की दुहाई दी. इसी दौरान 2019 में हुई हार की याद आ गई और प्रियदर्शिनी महिलाओं के बीच ही भावुक हो गईं.