भोपाल। लोकसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। सभी पार्टियां जी तोड़ मेहनत कर रही है। पार्टियों द्वारा उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ टिकट न मिलने से लोग नाराज है। इसी क्रम में एमपी विधानसभा चुनाव के पहले डिप्टी कलेक्टर की नौकरी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुईं निशा बांगरे ने पार्टी छोड़ दी है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी को लिखे त्यागपत्र में निशा ने कांग्रेस पर षड्यंत्र कर विधानसभा चुनाव लड़ने से रोकने और वादाखिलाफी कर लोकसभा का टिकट भी न देने का आरोप लगाया।
निशा बांगरे ने कांगेस पर लगाए आरोप
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने निशा बांगरे को सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया है। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद निशा बांगरे ने रविवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने टिकट देने की बात कही थी। जब टिकट ही नहीं देना था तो फिर मुझसे इस्तीफा क्यों दिलवाया। पहले विधानसभा चुनाव में टिकट का वादा किया था और बाद में लोकसभा चुनाव में टिकट देने की बात कही।
नहीं मिला टिकट
बता दें, निशा बांगरे ने राज्य प्रशासनिक सेवा से अपना त्यागपत्र मंजूर कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया था। त्यागपत्र तो स्वीकार हो गया, लेकिन टिकट नहीं मिला। निशा ने आरोप लगाया कि टिकट न देकर कमल नाथ ने एक महिला और दलित समाज का अपमान भी किया है। कांग्रेस के लोग बाबा साहेब आंबेडकर का भी अपमान कर चुके हैं। अब मैंने प्रण लिया है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को हरवाने का काम करूंगी। BJP में शामिल होने के सवाल पर निशा ने कहा कि अभी तो सेवा में वापसी का आवेदन दिया है। अब सरकार तय करे कि क्या करना है।