Monday, November 25, 2024

MP News: दो दिन बीत गए मयंक का कुछ पता नहीं, अंधेरे में हाथ- पांव मार रही NDRF-SDRF

भोपाल। मध्य प्रदेश के रीवा जिले के एक गांव में बोरवेल में गिरे बच्चे का अब तक सुराग नहीं मिल सका है. 42 घंटे से लगातार टीमें खोजबीन कर रही है. अंधेरे में भी रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसके बावजूद भी अब तक सफलता हाथ नहीं लग सकी है. खुदाई वाली जगह पर पानी निकलने से रेस्क्यू टीम की मुसीबतें और बढ़ गई हैं.

बड़ी चुनौती बन गई है

रीवा जिले के त्यौथर तहसील के मनिका गांव में 6 साल के मासूम मंयक को बोरवेल में गिरे पूरे 40 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत गया। लेकिन 6 साल के मासूम मयंक का कोई पता नहीं चल पाया है। NDRF की टीम सहित स्थानीय जिला प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है. लेकिन मासूम का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है. केवल 60 फीट के बोर में फंसे मयंक को खोजकर बाहर निकालना बड़ी चुनौती बन गई है। दो दिनों से लगातार टीम यहां मौजूद है। रात के अंधेरे में भी रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। रीवा जिले की कलेक्टर प्रतिभा पाल और पुलिस कप्तान विवेक सिंह लगातार रेस्क्यू की निगरानी कर रहे हैं.

परिजनों का बुरा हाल

42 घंटे से ज्यादा का वक़्त बीत जाने के बाद भी मयंक का सुराग नहीं मिलने से परिजन बहुत परेशान हैं। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। बच्चे के परिजनों ने कहा कि अब तो सिर्फ भगवान पर ही भरोसा रह गया है। बता दें कि उत्तर प्रदेश की सीमा पर बसे रीवा जिले के मनिका गांव में रहने वाला 6 साल का मासूम बच्चा मयंक खेत में खेल रहा था. यहां खेलते-खेलते वह बोरवेल में जा गिरा. मयंक के रेस्क्यू के लिए NDRF और SDRF किए टीमें लगातार रेस्क्यू अभियान चला रही हैं.

खेत में खेलते समय बोरवेल में गिरा बच्चा

दरअसल 6 साल का मयूर शुक्रवार की शाम करीब 5 बजे खेत पर अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। इसी दौरान वह खेत में खुले पड़े बोरवेल में जा गिरा. इसके बाद बच्चे के गिरने की सूचना परिजनों ने पुलिस और प्रशासन को दी। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अफसरों ने बच्चे को सकुशल बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन में बारिश के कारण काफी दिक्कतें आई। वहीं पूरे मामले में सीएम यादव ने अफसोस जताया है।

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