Saturday, September 28, 2024

राम आएंगे’ फेम सिंगर स्वाति मिश्रा बोलीं, पीएम मोदी की इंटरनेट मीडिया पोस्ट ने मुझे मशहूर कर दिया

भोपाल। लोकरंग उत्सव में प्रस्तुति देने भोपाल पधारी भजन गायिका स्वाति मिश्रा ने मीडिया से खास बातचीत में कहा कि कंटेंट अच्छा होगा तो सफलता जरूर मिलेगी। इंटरनेट मीडिया पर पैशन रखना बहुत जरूरी हैं।

मुरीद हुए थे पीएम मोदी

मेरे घर राम आएं हैं’ यह गाना खूब चर्चा का विषय बना रहा। भजन गाकर चर्चा में आई गायिका स्वाति मिश्रा भोपाल पहुंची वे लोकरंग उत्सव की खास मेहमान रही और इस राष्ट्रीय मंच पर अपनी गायिकी से समां बांधा आपको बता दें कि ये स्वाति मिश्रा वहीं हैं जिनके भजन राम आएंगे सुनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इनके मुरीद हो गए और मोदी ने ट्वीट कर मधुर आवाज में राम भजन गाने पर बधाई दी थी.

गायिका स्वाति मिश्रा ने बताया

फेम सिंगर स्वाति मिश्रा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, मैंने ‘राम आएंगे’ भक्ति गीत प्रेमभूषण के वीडियो से इंस्पायर होकर रिकार्ड किया था। जब मैंने प्रेम भूषण को इस गीत को हारमोनियम और तबले पर गाते हुए सुना तो मुझे यह बहुत अच्छा लगा और फिर मैंने इसे रिकार्ड करने के बारे में सोचा। वहीं अक्टूबर में गाने को रिकार्ड किया। इसे मैंने इंटरनेट मीडिया पर भी तकरीबन उसी समय दीपावली के मौके पर अपलोड किया था। लेकिन पीएम नरेन्द्र मोदी ने जब इस गीत को अपने X हैंडल पर साझा करते हुए सराहा, तो मुझे भी यकीन नहीं हुआ। उसके बाद मुझे चहुंओर से वाहवाही मिलने लगी। लोगों ने मुझे कहा कि यह गाना मैंने राम जी की प्राण प्रतिष्ठा के लिए दोबारा अपलोड किया है, तो ऐसा नहीं है। मैंने यह दिवाली के समय अपलोड किया था और इसके पीछे मेरा कोई भी लालच नहीं छुपा है। यह कहना है भजन गायिका स्वाति मिश्रा का, जो कि रवींद्र भवन में आयोजित लोकरंग समारोह के अंतर्गत पीर पराई जाने रे… कार्यक्रम में प्रस्तुति देने आई थीं। स्वाति कहती हैं कि सोशल मीडिया रातों-रात स्टारडम देने वाला प्लेटफार्म है।

सोशल मीडिया ने मुझे बहुत कुछ दिया

स्वाति ने आगे कहा कि इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म ने मुझे बहुत कुछ दिया है। मैं अपने लिए इतना उम्मीद भी नहीं करती थी। मैंने सच्चे मन से बिना किसी लोभ के ‘राम आएंगे’ गीत गाया है।

गांधी की पुण्यतिथि पर होता है समापन

बता दें, हर साल आयोजित होने वाले इस राष्ट्रीय लोकरंग समारोह में 30 जनवरी कार्यक्रम राष्ट्रपिता महात्मागांधी की पुण्यतिथि पर यह शाम गांधी को ही समर्पित होती है। इसलिए ये शाम सूफी गायन, भजन, कव्वाली के सुरों से सजती है. कभी राग गीतों और तबलों की थाप पर थिरकती नजर आती है। लेकिन इस शाम की शुरुआत महात्मा गांधी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर स्वाति मिश्रा पसंदीदा भजन ‘पीर पराई जाने रे’ की गई।

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