Saturday, September 28, 2024

Pariksha Pe Charcha Live: PM मोदी ने परीक्षा पे की चर्चा’ दिया गुरुमंत्र

भोपाल। नई दिल्ली के भारत मंडपम में आज सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लाखों-करोड़ों छात्र-छात्राओं के साथ परीक्षा पे चर्चा की। इस दौरान उन्होंने टेक्नोलॉजी की ताकत को पहचानने के साथ जीवन में पॉजीटिव रहने का संदेश दिया।

पीएम बोले, मैं हमेशा इस कार्यक्रम का इंतजार करता हूँ

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ का यह सातवां संस्करण होने जा रहा है। इस कड़ी में उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा कार्यक्रम है, जिसका इंतजार मैं हमेशा से करता रहता हूं. मुझे इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों के साथ बातचीत करने का अवसर मिलता है और ऐसे में बच्चों के परीक्षा सबंधी तनाव को कम करने का प्रयास भी करता हूं.

लाइव प्रसारण जारी

भोपाल में पीएम मोदी की परीक्षा पर चर्चा का लाइव प्रसारण किया जाएगा, जिसमें स्कूली शिक्षा मंत्री उदय प्रताप भी सुभाष उत्कर्ष स्कूल में छात्रों के साथ लाइव प्रसारण देखेंगे. आपको बता दें कि छात्रों के साथ चर्चा के दौरान पीएम मोदी परीक्षा की तैयारी की चुनौतियों से निपटने के लिए टिप्स देते हैं. पीएम मोदी के इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दो करोड़ से अधिक छात्र-छात्राओं, अभिभावकों और शिक्षकों ने MyGov पोर्टल के माध्यम रजिस्ट्रेंशन किया है. लगभग चार हजार लोग प्रधानमंत्री के साथ बातचीत में शामिल होंगे।

इतने छात्रों ने किया रजिस्ट्रेशन

प्रधानमंत्री मोदी ने आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि इस साल परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के लिए 2.25 करोड़ से ज्यादा छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया है। यह कार्यक्रम पहली बार 2018 में जब आयोजित किया गया था, उस दौरान इसकी संख्या सिर्फ 22,000 थी.

  1. कैसे झेलें परीक्षा का तनाव जाने PM मोदी का गुरुमंत्र

पीएम मोदी ने शिक्षकों को टिप्स देते हुए कहा कि बच्चों के तनाव को कम करने में शिक्षक की अहम भूमिका होती है। इसलिए टीचर्स और छात्रों के बीच हमेशा सकारात्मक रिश्ता रहना चाहिए। शिक्षक का काम सिर्फ जॉब करना नहीं, बल्कि जिंदगी को संवारना है, जिंदगी को सामर्थ्य देना है, यही परिवर्तन लाता है। परीक्षा के तनाव को सटूडेंट के साथ-साथ पूरे परिवार और शिक्षक को मिलकर एड्रेस करना चाहिए। अगर जीवन में चुनौती और स्पर्धा ना हो, तो जीवन चेतनाहीन और प्रेरणाहीन बन जाएगा। इसलिए प्रतिद्वंद्विता यानी कॉम्पटिशन तो होना ही चाहिए, लेकिन हेल्दी कॉम्पटिशन होना चाहिए।

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