भोपाल। एमपी में बीते दो दिन में पुलिसकर्मियों की हत्या की तीन बड़ी वारदात हुईं। इसमें दो मामलों में अपराधियों को पकड़ने और उनको रोकने के दौरान हुई मुठभेड़ में पुलिसकर्मी मारे गए। छिंदवाड़ा और सिवनी में ये घटनाएं हुईं। अब इन घटनाओं को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सूबे की मोहन यादव की सरकार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दोनों मृतक पुलिसकर्मियों को शहीद का दर्जा देकर परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की राशि देने का ऐलान किया है।
एक्स पर किया पोस्ट
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने x पर पोस्ट करते हुआ लिखा है कि “ सीएम जी, पिछले दो दिन का ही अनुपात निकाला जाए, तो प्रतिदिन ड्यूटी कर रहे एक पुलिसकर्मी की हत्या हो रही है। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। लेकिन, आप मौन हैं। एमपी में रोजगार के लिए सरेआम बेटी की आबरू मांगी जा रही है। लेकिन, आप ‘मौन’ हैं! “मोदी की गारंटी” वाले वादे के बाद लाड़ली बहनें 3000 प्रतिमाह की मांग कर रही हैं। लेकिन, आप ‘मौन’ हैं! पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज जी के प्रतिमाह 1 लाख नौकरियां के वादे पर युवा जवाब मांग रहे हैं। लेकिन, आप ‘मौन’ हैं! महिलाओं को महंगाई से निजात दिलाने के लिए 450 रुपए में सिलेंडर देने का वादा भारतीय जनता पार्टी ने ही किया था। महिलाएं उम्मीद लगाए बैठी हैं! लेकिन, आप ‘मौन’ हैं। डॉ. मोहन यादव जी “मोहन” ही बने रहें, “मौन” में न रहें! क्योंकि, आपका “मौन-व्रत” अब एमपी की मुसीबत बढ़ा रहा है।
जीतू अक्सर करते है बीजेपी पर वार
जीतू पटवारी जब से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने हैं, तभी से वे लगातार भारतीय जनता पार्टी और मोहन यादव सरकार पर हमलावर हैं। पहले उन्होंने शिवराज सिंह चौहान को चुनाव जीतने के बाद साइडलाइन करने को लेकर भी bjp पर सवाल उठाए थे लेकिन अब पहली बार वे खुलकर सीएम मोहन यादव के खिलाफ बोलना शुरू किए हैं.
प्राण प्रतिष्ठा को बताया राजनीतिक कार्यक्रम
पीसीसी चीफी जीतू पटवारी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भी एक राजनीतिक कार्यक्रम बताया है। उन्होंने x पर लिखी पोस्ट में बताया है कि 22 जनवरी का कार्यक्रम एक राजनीतिक कार्यक्रम बन गया है। जो सचमुच धर्म को मानते हैं, वे अपने जीवन में धर्म का प्रयोग करते हैं। मैं अपने धर्म का फायदा उठाने की कोशिश नहीं करता हूं, मैं अपने धर्म के सिद्धांतों पर जिंदगी जीने की कोशिश करता हूं। इसी के साथ ही बीते दिन पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने पटवारी परिक्षा में हुए घोटाले को लेकर भी सरकार को घेरा था।