भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की कमान डॉ. मोहन यादव ने अपने हाथों मे ले ली है। राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। अब सभी को मंत्रिमंडल विस्तार का बेसब्री से इंतजार है। मंत्रिमंडल विस्तार से पहले तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही है। आखिर मोहन यादव कैबिनेट में किसे जगह दी जाएगी और किन विधायकों को बाहर का रास्ता देखना पड़ेगा? आइए जानते हैं।
जातिगत और राजनीतिक समीकरण साधेंगे
जानकारों की मानें तो एमपी के नए मंत्रिमंडल में जातिगत समीकरण का विशेष ध्यान रखा जाएगा। माना जा रहा है पार्टी की महिला विधायक भी मंत्रिमंडल में शामिल होंगी। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इसमें बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। वहीं ज्योतिरादित्या सिंधिया समर्थकों को भी कैबिनेट में जगह दी जाएगी। इसके अलावा SHIVRAJ SINGH CHAUHAN के मंत्रिमंडल में शामिल रहे कुछ विधायकों को भी दोबारा Cabinet में जगह दी जा सकती है।
35 विधायक होगे शामिल
बता दें, मध्य प्रदेश में नियमानुसार कैबिनेट में 35 सदस्य हो सकते हैं लेकिन पहले विस्तार में इसमें 18-20 मंत्रियों को ही शामिल किया जा सकता है। संभावित मंत्रियों में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का नाम शामिल है। विजयवर्गीय पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, उन्हें अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। बता दें कि विधानसभा स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर को बनाया गया है।
विधायक विधानसभा क्षेत्र
गोविंद राजपूत- सुरखी
भूपेंद्र सिंह -खुरई
हरीशकंर खटीक -जतारा
धर्मेंद्र लोधी- जबेरा
ब्रजेंद्र प्रताप सिंह -पन्ना
प्रद्युम्न सिंह तोमर- ग्वालियर
बिसाहूलाल सिंह- अनूपपुर
संजय पाठक विजय-राघवगढ़
राकेश सिंह- जबलपुर पश्चिम
प्रभुराम चौधरी- सांची
विजय शाह -हरसूद
अरुण भीमावद -शाजापुर
रमेश मेंदोला- इंदौर- 2)
तुलसी सिलावट -सांवेर
चेतन कश्यप -रतलाम नगर
रीति पाठक- सीधी
हरदीप डंग -सुवासरा
अर्चना चिटनीस -बुरहानपुर
निर्मला भूरिया- पेटलावद
उषा ठाकुर- महू