भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले BJP महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है. उन्होंने नामांकन दाखिल किया है लेकिन उन पर नामांकन में कुछ तथ्यों को छिपाने का आरोप लगया गया है।
विजयवर्गीय के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप
मतदान से पहले सियासी दाव पेंच शुरु हो चुका है। राज्य में नामांकन की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। इसी बीच कांग्रेस ने कैलाश विजयवर्गीय पर पश्चिम बंगाल का आपराधिक मामला छुपाने का आरोप लगाया है। काग्रेंस के राष्ट्रीय प्रवक्ता चरण सिंह ने आरोप लगाते हुए आगे कहा- कैलाश विजयवर्गीय पर आपराधिक मामले दर्ज है यह दुख की बात है कि चुनाव आयोग ने उनका नामाकंन स्वीकार कर लिया। कांग्रेस उनके खिलाफ हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाएगी।
हॉट सीट बनी इंदौर
बता दें, प्रदेश मे चुनाव के चलते आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.इंदौर-1 अब हॉट सीट बन गई है। बीजेपी ने इस बार कैलाश विजयवर्गीय को मैदान में उतारा वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने सजय शुक्ला को टिकट दिया हैं। कांग्रेस और बीजेपी में कांटे की टक्कर मानी जा रही है।
कैलाश विजयवर्गीय का बयान
इस पूरे मामले में कैलाश विजयवर्गीय का बयान सामने आया है। उन्होंने बयान देते हुए कहा मैं गन्दी राजनीति नहीं करता हूं। मैंने महापौर और 6 बार विधानसभा का चुनाव लड़ा है। कोई केस नहीं है मुझ पर अब मेरा नामांकन रद्द कराने आए है।निष्पक्ष राजनीति करिए. मैंने हमेशा विकास की राजनीति की है।
फेज – 1 मे होगी वोटिंग
गौरतलब है, मध्यप्रेदश में 2018 की तरह इस बार भी फेज -1 में 17 नवंबर को वोटिंग होगी और 3 दिसंबर को मतों की गिनती होगी. इसके साथ ही साफ हो जाएगा कि किसके सिर पर सजेगा ताज और कौन विपक्ष में बैठेगा.