भोपाल। देश का दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश का आज यानी 1 नवंबर 2023 को 68वां स्थापना दिवस मना रहा है। मध्य प्रदेश का निर्माण सीपी एंड बरार, मध्य भारत ( ग्वालियर-चंबल ), विंध्यप्रदेश और भोपाल से मिलकर हुआ था.
सीएम शिवराज ने ट्वीट कर दी शुभकामनाएं
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के चलते पूरे प्रदेश में आचार सहिता लागू की गई है जिस कारण स्थापना दिवस मे सादगीपूर्ण तरीके से कार्यक्रमो का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर सीएम शिवराज ने मध्यप्रदेश स्थपना दिवस पर सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी उन्होंने एक्स पर ट्वीट कर लिखा कभी हम बीमारु राज्य थे,लेकिन आज समृद्द और सुचारु हैं। यह निरंतर आगे बढ़ती रहेगी और मध्यप्रदेश नंबर वन राज्य बनेगा इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आइये मध्यप्रदेश को हम सब मिलकर समृद्ध, विकसित और आत्मेनिर्भर बनाएं ।
राज्य गान और ध्वजारोहण हुआ
बता दें, प्रदेश के कई जगहो पर कार्यक्रमो का आयोजन किया जा रहा है। बल्लभ भवन में जन गण मन का और वंदे मातरम का गायन हुआ आचार सहिंता के मद्देनजर सांस्कृतिक कार्यक्रमो को सादगी पूर्ण समाप्त किया गया
ऐसे बढ़ते गए जिले
कुल जिलों की संख्या मध्यप्रदेश मे गठन के समय 43 थी। राजधानी के रुप में भोपाल को चुना गया था। उस समय तक भोपाल सीहोर जिले में आता था। सन 1972 में भोपाल और राजनंदगांव को जिला बनाया गया 1998 में 10 नए जिले बने। बाद में 6 नए जिले और बने। इस समय मध्य प्रदेश में 61 जिले हो गए एक नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश से अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य बना। क्षेत्रफल की दृष्टी से यह देश का सबसे बड़ा राज्य था। बंटवारे के बाद छत्तीसगढ़ मे 16 जिलें और दो संभाग गए जिसके बाद मध्यप्रदेश में कुल जिलों की गिनती 45 रह गई। मध्यप्रदेश में 2003 में तीन और 2008 मे दो जिले और बने जबकि 2013 में 51वां 52वां निवाड़ी और आगर मालवा बने।गौरतबल है, राज्य सरकार ने इस साल मउगंज, पांढुर्णा, मैहर को जिला बनाया है।