भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनाव का समय काफी नजदीक आ गया है। सभी पार्टियां इसे लेकर अपनी पूरी तैयारी में भी लगी हुई हैं। इसी चुनावी दौर में चंबल अंचल की लहार विधानसभा सीट को राजनीतिक पंडित एक हॉट सीट मान रहे हैं। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इस सीट पर कांग्रेस की तरफ से उनके कद्दावर नेता डॉ. गोविंद सिंह एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतरे हैं और बीजेपी ने उनके सामने अंबरीष शर्मा गुड्डू को उनके खिलाफ खड़ा कर दिया है। इस बीच यहां एक तीसरे उम्मीदवार नाम आ रहा है और वह हैं रसाल सिंह।
भाजपा को बताया था हार का कारण
रसाल सिंह को लेकर बताया जा रहा है कि वह बीजेपी के पुराने नेता रह चुके हैं। आजकल वह बीजेपी से बगावत करके लहार सीट पर बसपा की तरफ से चुनावी मैदान में उतरे हैं। यही नहीं रसाल सिंह ने यहां पर जीत-हार को लेकर बड़ा दावा भी कर दिया है। इसके साथ ही रसाल सिंह ने इस बात का दावा भी किया है कि उमा भारती के बिना बीजेपी चुनाव नहीं जीत सकती है। बता दें कि रसाल सिंह ने पिछले दो बार की विधानसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी होने के बावजूद चुनाव हारने पर इस बात का दावा किया है कि भाजपा ने ही उन्हें चुनाव हरवाया था।
इस वजह से लगा रहे हैं बीजेपी पर आरोप
दरअसल, रसाल सिंह ने बताया कि वह पिछले चुनाव में जब बीजेपी से उम्मीदवार बने थे, तब सीएम शिवराज सिंह चौहान का कार्यक्रम भिंड जिले की पांच विधानसभा सीट पर होना था। उस वक्त सीएम शिवराज सिंह ने जिले की चार विधानसभा सीटों पर प्रचार किया लेकिन वो लहार नहीं आए। इस बीच जनता और अधिकारियों के बीच यह बात गई कि सीएम शिवराज सिंह चौहान रसाल सिंह को चुनाव हरवाना चाहते है। रसाल सिंह ने कहा कि यही वजह है कि बीजेपी के लोगों ने ही उन्हें चुनाव हरवा दिया।