भोपाल। मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। सभी प्रत्याशी चुनाव जीतने के लिए प्रचार-प्रसार में जुट गए हैं। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सतना के चित्रकूट में एक गैर राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने चित्रकूट के रघुवीर मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुलसी पीठ के जगद्गुरु रामानंदाचार्य के साथ तीन पुस्तकें ‘अष्टाध्यायी भाष्य’, ‘रामानंदाचार्य चरितम्’ और ‘भगवान श्री कृष्ण की राष्ट्र लीला’ का विमोचन किया।
संस्कृत प्रदूषित नहीं हुई
इस दौरान पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि मेरा सौभाग्य है, आज पूरे दिन मुझे अलग-अलग मंदिरों में प्रभु श्रीराम के दर्शन का अवसर मिला और संतों का आशीर्वाद भी मिला। विशेषकर संत रामभद्राचार्य जी का स्नेह जो मुझे मिलता है वह अभिभूत कर देता है। संस्कृत भाषा की महत्ता पर बात करते हुए पीएम ने कहा कि दुनिया में इन हजारों वर्षों में कितनी ही भाषाएं आईं और चली गईं। नई भाषाओं ने पुरानी भाषाओं की जगह ले ली। लेकिन हमारी संस्कृत आज भी उतनी ही अक्षुण्ण और अटल है। संस्कृत समय के साथ परिष्कृत तो हुई लेकिन प्रदूषित नहीं हुई।
विशेष स्टैंप जारी
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी चित्रकूट में अरविंद भाई मफतलाल की 100वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अरविंद भाई की स्मृति में विशेष स्टैंप भी जारी किया। साथ ही जानकीकुंड चिकित्सालय के नए विंग का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि आज जानकीकुंड चिकित्सालय के नए विंग का लोकार्पण हुआ है, इससे लाखों मरीजों को नया जीवन मिलेगा।