Friday, November 8, 2024

मध्य प्रदेश: कार्यक्रम में लगी बसों के संचालकों को नहीं मिला किराया, पीएम मोदी भी थे मौजूद

भोपाल। इंदौर और उज्जैन में हुए दो बड़े राजनीतिक आयोजनों में प्रदेशभर से जनता को इकठ्ठा करके लाया गया था। जनता को लाने ले जाने के लिए बड़ी संख्या में बसों की आवश्यकता पड़ी थी और अधिकारियों ने इसके लिए बस संचालकों से बसें लगाने के लिए कहा था। कार्यक्रम होने के चार महीने के बाद भी बस संचालक अपने बस का किराया लेने के लिए दर दर भटक रहे हैं। संचालकों ने बताया कि अब वे राजनीतिक कार्यक्रमों में बसों को नहीं लगाएंगे। उज्जैन में महाकाल लोक के लोकार्पण और इंदौर में शहीद टंट्या मामा के बलिदान दिवस के समारोह पर हुए प्रोग्राम के लिए बस मालिकों ने अपनी बसें लगाई थी।

कब हुआ था कार्यक्रम?

उज्जैन में महाकाल लोक के लोकार्पण के कार्यक्रम का आयोजन अक्टूबर 2022 में किया गया था। इस प्रोग्राम का हिस्सा पीएम नरेंद्र मोदी भी थे। इसमें 85 बसें लगाई गई जिसमें से 60 बसें रतलाम और 25 बसें बडऩगर से लोगों को उज्जैन लेकर रवाना हुई थीं। ठीक इसी तरह दिसंबर 2022 में इंदौर में शहीद टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। इसमें 120 बसें लगाई लेकिन आज तक बस मालिकों को इसका किराया नहीं दिया गया।

संचालक एसोसिएशन के अध्यक्ष सुबेंद्रसिंह ने क्या कहा?

बसों का किराया नहीं मिल पाने पर जिला बस संचालक एसोसिएशन के अध्यक्ष सुबेंद्रसिंह गुर्जर ने बताया कि अक्टूबर में महाकाल लोक के लोकार्पण के कार्यक्रम में ले जाने के लिए बसों को लगाया गया था। लेकिन इसका किराया प्राप्त नहीं हुआ था। अधिकारी बोल रहे थे कि जल्द ही किराया मिल जाएगा। इसके तुरंत बाद ही दिसंबर में शहीद टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर इंदौर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया और बसें लगाने के लिए कहा गया। अधिकारियों ने हमसे कहा कि दोनों कार्यक्रमों का भुगतान एक साथ किया जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि अब तो होली का त्योहार भी निकल गया और चार महीने बीत गए लेकिन हमें किराए के पैसे नहीं दिए गए। हम एक विभाग से दूसरे विभाग के अभी तक चक्कर ही काट रहे हैं।

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