भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में कुछ दिन बचे हैं। जहां भाजपा-कांग्रेस तैयारी में जुट गई हैं, वहीं आम आदमी पार्टी ने भी अपनी कमर कस ली है। प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी द्वारा चुनाव लड़ा जाएगा। चुनावी अभियान का आगाज ग्वालियर से किया जाएगा। 14 मार्च को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान यहाँ चुनाव प्रचार-प्रसार के लिए जाएंगे।
प्रदेश की सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ेगी ‘आप’
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री संदीप पाठक ने बताया कि आप प्रदेश की सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है और अपने सीएम के चेहरे का भी जल्द ही ऐलान करेगी। लेकिन यह फेस कौन होगा यह समय आने पर ही पता लगेगा। अभी आप का ग्राम स्तर तक संगठन बनाने का कार्य हो रहा है और हमें उम्मीद है कि आने वाले पंद्रह दिन में हमारे संगठन के विस्तार का काम समाप्त हो जाएगा और इसके बाद हमारे नेता,पदाधिकारी और कार्यकर्ता चुनावों की तैयारियों में लग जाएंगे।
संगठन मंत्री संदीप पाठक ने क्या कहा?
संगठन मंत्री संदीप पाठक ने कहा कि 14 मार्च को केजरीवाल और भगवंत मान मध्य प्रदेश में एक विशाल जनसभा का संबोधन करेंगे, जिसमें चुनाव के प्रचार अभियान की शुरुआत होगी और आज वे उसी सभा को ध्यान में रखते हुए तैयारियों की समीक्षा करने के लिए आए हैं। पाठक ने आगे बताया कि किसी भी व्यक्ति के लिए यह समझना मुश्किल नहीं है कि बीजेपी को देश में अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी द्वारा ही रोका जा सकता है। ये बीजेपी के नेताओं को स्पष्ट तौर पर पता है कि यदि केजरीवाल को अभी नहीं रोका तो बाद में उसे रोकना बहुत कठिन हो जाएगा। चाहे तो आप पंजाब को ही देख लो ,चाहे तो आप दिल्ली को देख लो। ये इस तरह की हरकतों पर उतर आए हैं, जो देश के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं है। राजनीतिक गहमागहमी होती है और राजनीतिक लड़ाई होनी भी चाहिए लेकिन इस तरह से चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करना और जनता के काम को रोकना यह सही नहीं है।
प्रदेश के हर गांव में बनेगा AAP का संगठन
पाठक ने आगे बताया कि आम आदमी पार्टी अपने संगठन को खड़ा करने में जुट गई है। हम योग्य लोगों को ही संगठन में पद सौपेंगे। जल्द ही प्रदेश गांव-गांव में हमारा संगठन बनकर तैयार हो जाएगा। जब उनसे यह पूछा गया कि क्या बीजेपी और कांग्रेस के असंतुष्टों को टिकट दिए जाएंगे? तो उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के टिकट का क्राइटेरिया स्पष्ट है। पार्टी द्वारा जनता से पूछा जाता है। जनता जिस कैंडिडेट को बताती है कि यह व्यक्ति बहुत मेहनती है, ईमानदार है और अच्छे से काम करेगा इसे टिकट दिया जाना चाहिए, तो पार्टी उसे ही टिकट सौंपती है। साथ ही पाठक ने कहा कि जब आम आदमी पार्टी मैदान में उतरती है तो फिर सामने बीजेपी और कांग्रेस उसके खिलाफ एक साथ चुनाव लड़ने में लग जाती है। फिर एमपी में तो वैसे भी ये पता करना बहुत कठिन है कि कौन बीजेपी में है और कौन कांग्रेस में शामिल है ?