भोपाल। मध्य प्रदेश में बौद्ध धर्म, स्तूप, कला और संस्कृति की शिक्षा व अनुसंधान के लिए म्यांमार के संस्कृति मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने विश्व धरोहर स्थल सांची और भोपाल का भ्रमण किया। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्रतिनिधियों को सांची के स्तूप और फिर भोपाल के जनजातीय संग्रहालय का भ्रमण करवाया गया। इन ऐतिहासिक धरोहरों को देखकर म्यांमार का यह प्रतिनिधिमंडल काफी खुश दिखाई दिया।
सांची स्तूप ने प्रतिनिधियों को किया प्रभावित
म्यांमार के प्रतिनिधियों ने कहा कि हमें मध्य प्रदेश में बौद्ध धर्म से जुड़ी शिक्षा, उपदेश और सिद्धांत समझने का मौका मिला। भगवान बुद्ध के शांति, मानवता, विश्व कल्याण जैसे संदेशों और उपदेशों के विस्तार के लिए सांची में बने स्तूप से सभी प्रभावित हुए।
स्मृति चिन्ह भेंट कर म्यांमार के प्रतिनिधियों का हुआ स्वागत
इस अवसर पर पर्यटन व संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव और मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि ये परिचय यात्राएं हमारे और इन एशियाई देशों के बीच घनिष्ठ संबंध स्थापित करने का एक बड़ा अवसर प्रदान करती हैं। भारत और एशिया के अन्य देशों के बीच पर्यटन क्षेत्र में सद्भाव और विकास सुनिश्चित करने के लिए एक-दूसरे की संस्कृतियों और मूल्यों को साझा करना प्रमुख उद्देश्य है। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के उप संचालक युवराज पडोले ने स्मृति चिन्ह भेंट करके म्यांमार से आए प्रतिनिधियों का स्वागत किया।