भोपाल। इंदौर शहर के युवा अपने कामों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रहे हैं तो वहीं चिंताजनक स्थिति यह है कि कई युवा अभी से बीमारियों की चपेट में है। इसका मुख्य कारण हमारा बिगड़ता हुआ खानपान है। हेल्थ आफ इंदौर के सर्वे के मुताबिक 18 से 30 वर्ष की आयु के 30 हजार युवाओं की जांच की गई थी। इसमें हर चौथा युवा प्री-डायबिटीज स्टेज पर पाया गया।
कई बीमारियों से ग्रसित युवा
इसके साथ ही 7.34 प्रतिशत युवाओं में थायराइड की समस्या सामने आई है। 10 फीसदी से ज्यादा युवा लिवर की बीमारी का शिकार हो सकते हैं, उनका एसजीपीटी का लेवल बढ़ा हुआ आया। वहीं 39.50 फीसदी लोगों का कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ पाया गया। इनमें हृदय से संबंधित होने वाले रोग होने की संभावना है। 34 प्रतिशत युवाओं में बीपी की समस्या सामने आई। साथ ही, बॉडी मास इंडेक्स लेवल 33 प्रतिशत युवाओं में अधिक पाया गया है। लगभग 18 प्रतिशत युवाओं में मोटापे की समस्या पाई गई। डॉ विनीता कोठारी ने बताया कि युवाओं में बीमारियां होना चिंता का विषय है। इनसे बचाव के लिए जीवनशैली में बदलाव आवश्यक है।
कैंसर के बढ़ते मरीज
हर साल कैंसर के मरीज बढ़ते जा रहे है। कई तरह के कैंसर होते है, लेकिन सबसे प्रमुख कारण सिर और गर्दन का कैंसर है। जिसका मुख्य कारण तंबाकू है। लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता नहीं है। शासकीय कैंसर अस्पताल में हर वर्ष 10 हजार सरीज कैंसर के इलाज के लिए आते है। इनमें से 40 फीसदी सिर और गर्दन के कैंसर से पीड़ित है। अस्पताल के आकंडों की माने तो यहां हर साल 8 फीसदी युवा मरीजों में वृद्धि हो रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक पहले सिर और गर्दन के कैंसर में युवा मरीज की संख्या कम थी, लेकिन अब बढ़ रही है।