इन्दौर। प्रदेख का मौसम (mausam) हर हफ्ते बदल रहा है और इस बदलाव की आदत न आमजन को है और न ही बिजली विभाग को। मई के महीने में अलग-अलग जगह तेज आंधी-तूफान के चलते मालवा-निमाड़ में 3 हजार से ज्यादा बिजली खंभे टूट गए थे, जिन्हें बदलने का दावा कंपनी ने किया है।
बिजली के खंभे गिरे
शहरी क्षेत्र में गर्मी के दौरान बिजली की बढ़ती मांग के चलते ओवरलोड की स्थिति बनी हुई है, जिससे लोगों को बिजली गुल का सामना भी करना पड़ रहा है। बिजली कंपनी की किरकिरी हो रही है। ऐसी स्थिति मे मई में तीन-चार बार आंधी, तूफान, तेज वर्षा के कारण इंदौर राजस्व संभाग के सभी 8 जिलों में बिजली के सीमेंट वाले पोल टूटने की स्थिति निर्मित हुई। मई में इंदौर संभाग के आठों जिलों में तीन हजार पोल बदले गए हैं। इसमें इंदौर जिले के ग्रामीण व कस्बाई क्षेत्र में 450, खरगोन में 630, खंडवा में 250,आलीराजपुर में 100, झाबुआ में 150, बड़वानी में 490, धार में 450, बुरहानपुर में 480 स्थानों पर सीमेंट के पोल टूटे हैं। ऐसे ही उज्जैन संभाग में भी बिजली के खंबे धराशायी हुए हैं।
बिजली कंपनी के लिए मुसीबत
गर्मी के दौरान बिजली गुल का सिलसिला जारी है। 5-10 मिनट की ट्रिपिंग से ही लोग पसीना-पसीना हो रहे हैं और फाल्ट की स्थिति में तो 30 मिनट से लेकर 2 घंटे तक बत्ती गुल हो रही है, वहीं ट्रांसफार्मर जलने या बदलने में और लंबा समय लग रहा है। गर्मी के दौरान लोग बिजली कंपनी से नाराज हैं। आगामी दो हफ्ते में मानसून की एक्टिविटी शुरू हो जाएगी। इसके बाद बत्ती गुल बिजली कंपनी के लिए और मुसीबत लेकर आएगी और लोगों को अंधेरे में रहना पड़ेगा।