भोपाल। मध्यप्रदेश के सीएम यादव ने कहा है कि धार्मिक स्थलों पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों के अनियंत्रित उपयोग पर रोक का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। इस संबंध में उन्होंने जनजागरण के लिए गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए, साथ ही कहा कि रोक पर कोई समझौता नहीं होगा।
मुख्यमंत्री यादव ने यह बात शुक्रवार को भोपाल स्थित मंत्रालय में कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक के दौरान कही। बैठक में मुख्य सचिव वीरा राणा, प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे, पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
पुलिस से त्वरित कार्रवाई करने को कहा
बैठक में उन्होंने कहा कि खुले में मांस की बिक्री पर भी नजर रखी जाए और डीजे पर भी नियंत्रण हो। साथ ही सट्टा, जुआ, प्रॉपर्टी संबंधी अपराध, धोखाधड़ी और साइबर क्राइम पर प्रभावी नियंत्रण के लिए हर स्तर पर सजग और त्वरित कार्रवाई की जाए। महिलाओं के विरूद्ध अपराध करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई हो। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी रात्रि में थानों का आकस्मिक निरीक्षण सुनिश्चित करें।
अपराध वाले इलाकों में सीसीटीवी लगाने को कहा
सीएम ने कहा कि जिन क्षेत्रों में अधिक आपराधिक गतिविधियां घटित होती हैं, वहां CCTV कैमरे की व्यवस्था की जाए। ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा जनजातीय कार्य विभाग के सहयोग से CCTV कैमरे लगाने की दिशा में प्रयास हों। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि थानों की सीमाओं के पुनर्निर्धारण से प्रदेश के 2,000 से अधिक गांव लाभान्वित हुए हैं। इसी आधार पर जिलों की सीमाओं की विसंगतियों को दूर कर थानों की सीमाओं का भी तद्नुसार समायोजन किया जाए। अन्य राज्यों के बड़े शहरों की व्यवस्था का अध्ययन कर प्रदेश के प्रमुख जिलों की व्यवस्था के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाएं।
लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने को कहा
यादव ने कहा कि लापरवाही करने और कर्त्तव्य के प्रति गंभीर नहीं रहने वाले पुलिसकर्मियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिसकर्मियों द्वारा बेहतर कार्य के लिए प्रोत्साहन स्वरूप दिए जाने वाले आउट ऑफ टर्न प्रमोशन(out of turn promotion ) के मामले लंबित न रहें, उन्हें तत्काल पदोन्नति प्रदान की जाए। बैठक में बताया गया कि 15 दिसम्बर से अब तक प्रदेश में 2 हजार 926 पदोन्नतियां की गईं हैं। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि कंजर, सांसी, पारधी परिवारों की अगली पीढ़ी के युवाओं को समाज की मुख्य धारा में लाने की दिशा में भी प्रयास हों।