Saturday, July 27, 2024

इंदौर में कम वोटिंग से बीजेपी घबराई ? NOTA पर सीएम यादव की इस बात से सामने आया BJP का डर

भोपाल। इंदौर में अभी तक वोटिंग की गति काफी धीमी दर्ज हुई है. कम मतदान की वजह से प्रदेश में बीजेपी के अन्दर हलचल मची हुई है. कांग्रेस ने NOTA को चुनने का प्रचार जमकर किया है. सीएम यादव ने कहा है कि कांग्रेस नोटा के नाम पर निगेटिव राजनीति कर रही है. आपको बता दें कि सुबह 1 बजे तक इंदौर में लगभग 38.60 प्रतिशत ही वोटिंग हो पाई है.जिसकी वजह से बीजेपी नेताओं की चिंताएं बढ़ी हुई हैं.

नेताओ को मिला टारगेट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने BJP के बड़े नेताओं जैसे सीएम यादव, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय आदि को टारगेट दिया है कि इस बार इंदौर में बीजेपी को 10 से 12 लाख वोटों की जीत मिलनी चाहिए.

कैलाश विजयवर्गीय ने एक अभियान चलाकर इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशर अक्षय कांति बम का नामांकन वापस करा दिया था और उनको BJP में शामिल करा दिया था. जिस कारण इंदौर में कांग्रेस लगातार BJP पर हमलावर है और इंदौर की जनता से NOTA को चुनने के लिए जमकर प्रचार कर चुकी है.

बीजेपी की बढ़ी धड़कने!

अभी इंदौर में बहुत ही धीमी गति से वोटिंग चल रही है, जिस कारण से इंदौर बीजेपी के नेताओं की धड़कने बढ़ी हुई हैं, क्योंकि अब तो कांग्रेस चुनावी मैदान में नहीं है और सिर्फ 14 निर्दलीय प्रत्याशी ही मैदान में है. यदि BJP ऐसी हालत में भी 10 लाख से ज्यादा वोटों से नहीं जीतती है तो फिर बीजेपी आलाकमान का कोपभाजन इंदौर BJP के नेताओं को भोगना पड़ सकता है. इसलिए बीजेपी नेता लगातार लोगों से VOTEकरने की अपील कर रहे हैं.

नोटा को बढ़ावा देना नकारत्मक- सीएम

वहीं सीएम यादव ने कांग्रेस द्वारा नोटा के समर्थन को नकारात्मकता की पराकाष्ठा है उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, नोटा एक विकल्प है वह प्रत्याशी नहीं है। नोटा को बढ़ावा देना नकारात्मकता है।

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