भोपाल: बॉलीवुड कि नामी अभिनेत्री करीना कपूर खान अपनी दमदार एक्टिंग और शानदार लुक के लिए हमेशा सुर्ख़ियों में बनी रहती है। (Kareena Kapoor’s Book) इस वक्त वह एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार मामला थोड़ा हट कर है। बता दें कि अभिनेत्री करीना कपूर जब गर्भावस्था में थी, तो उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करने के लिए एक किताब लिखी जिसका नाम दिया था ‘करीना कपूर खान्स प्रेगनेंसी बाइबल।’ हालांकि अब इस पुस्तक के नाम पर हलचल तेज है। इस मामले को लेकर जबलपुर के एक युवक ने अभिनेत्री पर धार्मिक भावनाएं को ठोस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए पुलिस कम्प्लेन दर्ज करवाया है।
सस्ती पॉपुलैरिटी हासिल करने के लिए किया ऐसा
बता दें कि जबलपुर के किरश्चन समाजसेवी क्रिस्टोफर एंथोनी ने इस विषय में मामला दर्ज करवाते हुए कहा कि सिर्फ किताब के प्रचार के लिए ही इस प्रकार ईसाई धर्म की पवित्र पुस्तक का नाम टाइटल में रखकर करीना कपूर ने सस्ती पॉपुलैरिटी हासिल करने के लिए यह स्टेप ली है। क्रिस्टोफर एंथोनी का मानना है कि बाइबिल पूरी दुनिया मे ईसाई घर्म की सबसे पवित्र ग्रंथ है और करीना कपूर खान को अपनी प्रेगनेंसी की तुलना बाइबिल से करना शर्मनाक है। इससे लोगों की धार्मिक भावनाएं को चोट पहुंची हैं।
मामले में 1 जुलाई को कोर्ट में सुनवाई
अब इस मामले को लेकर मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय (High Court) ने करीना कपूर खान को लीगल समन भेजा है। अब अभिनेत्री करीना कपूर को इस विषय में साबित करना होगा कि उन्होंने धार्मिक भावनाओं को चोट नहीं पहुंचाई है। बता दें कि इस मामले में अगली सुनवाई 1 जुलाई को होना है।