Saturday, November 23, 2024

MP Lok Sabha Election 2024: छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से नकुलनाथ ने भरा नामांकन, कयासों पर लगा विराम

भोपाल: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ ने आज सुबह कलेक्ट्रेट में नामांकन दाखिल कर दिया है। नामांकन दाखिल करने से पहले नकुलनाथ ने शिकारपुर पहुंचकर हनुमान मंदिर में दर्शन किया। इस दौरान उनके साथ पत्नी प्रियानाथ, पिता कमलनाथ और मां अलका नाथ भी मौजूद रहीं। नामांकन के बाद यहां रैली का भी आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व कैबिनेट मंत्री सुखदेव पांसे और जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओकटे शामिल हुए। मानसरोवर में सभा को संबोधित करते हुए नकुलनाथ ने कहा, नाथ परिवार और छिंदवाड़ा के लोगों का राजनीतिक नहीं, पारिवारिक संबंध है।

पूर्व सीएम ने किया संबोधित

वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी सभा में संबोधन के दौरान कहा, छिंदवाड़ा की अलग पहचान है। आप दुनिया में जहां जाएं, वहां सीना ठोककर कह सकते हैं कि आप छिंदवाड़ा से आए हैं। मैंने मेरी पूरी जवानी यहां लगा दी, जिस पातालकोट में लोगों को आटा नहीं मिलता था, लोग सीमित कपड़े पहनते थे, अब वे जींस-टी शर्ट में घूमते हैं। नौजवानों ने वो पुराना पातालकोट नहीं देखा। पूर्व सीएम ने आगे याद दिलाया कि किस तरह साल 1980 में छिंदवाड़ा में सड़क नाम की चीज़ नहीं थी और जब वो जीप से गांवों का दौरा करने निकलते थे तो डेढ़ किलो धूल उनके कपड़ों पर आ जाती थी। उन्होंने आगे बताया कि छिंदवाड़ा के दो हजार से अधिक गांवों में सिर्फ़ 400 गांव में ही बिजली थी। जबकि, आज छिंदवाड़ा की पहचान विकास के मॉडल से हुई है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने इस विकास के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया है और छिंदवाड़ा के विकास में इस तरह डूबे की अपने स्वास्थ्य और परिवार तक पर ध्यान नहीं दिया।

सिंधिया पर नेता प्रतिपक्ष का हमला

इसके अलावा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा, नेता नहीं, अब तो सिंधिया गद्दार हो गए हैं। जब मैंने सिंधिया से बात कि की आप क्या चाहते हो? तो वो बोले- मैं लोकसभा चुनाव हार गया, मेरे से 27 नंबर की कोठी छीन ली जाएगी, मैं कहां रहूंगा? उमंग सिंघार ने कहा, एक कोठी के कारण आपने कांग्रेस को धोखा दे दिया। झांसी के लोग ग्वालियर के महाराज को आज भी गद्दार कहते हैं। मुझे भी खरीदने की कोशिश की गई, 50 करोड़ और मंत्री पद का ऑफर आया, लेकिन मैं सच्चा आदिवासी हूं, मैंने कांग्रेस को नहीं छोड़ा। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी संबोधन के दौरान कहा, भाजपा प्रत्याशी के चरित्र की भावना और उनके कारनामों को पूरा छिंदवाड़ा जानता है। भाजपा ने कुछ समय पहले अफवाहें उड़ाईं थी, तब मुझे कमलनाथ ने कहा था कि ये मीडिया की कॉन्स्पिरेसी है। उन्हें बताओ कि मैं इंदिरा गांधी का तीसरा पुत्र हूं और गांधी परिवार का साथ छोड़ नहीं सकता। जीतू पटवारी ने आगे कहा, जो लोग कमलनाथ के कंधों पर बैठकर, कांग्रेस से ताकत लेकर भाजपा में गए हैं, वे दो-तीन दिन के हैं। हमारी कांग्रेस के एक बहुत बड़े नेता, मैं उनका नाम नहीं लूंगा, वो पहले दिन अखबारों में फ्रंट पेज पर और तीसरे दिन पीछे खड़े थे कि मेरा फोटो आ जाए।

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