भोपाल। मध्य प्रदेश में मोहन यादव के कैबिनेट का विस्तार होना बाकि है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को आज दिल्ली बुलाया गया था। बीजेपी के प्रचंड जीत के बाद प्रदेश का हर नेता बीजेपी के वरिष्ट नेताओं से मिलने दिल्ली पहुंचे थे। लेकिन शिवराज सिंह चौहान दिल्ली नहीं पहुंचे। उस समय वह बीजेपी की हारी हुई सीट छिदंवाडा पर हार की समीक्षा करने पहुंचे। उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा था मैं पार्टीं से कुछ मांगने से पहले मरना पंसद करूंगा।
शिवराज को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
बता दें, एमपी में बीजेपी की जीत के पीछे शिवराज सिंह चौहान की लाडली बहना योजना को मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। शिवराज सिंह चौहान की जेपी नड्डा से आज मुलाकात हुई है। उनके बीच क्या चर्चा हुई हर कोई जानना चाहता है। शिवराज सिंह चौहान ने जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद कहा एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में, पार्टी मेरे लिए जो भी कार्यभार तय करेगी, मैं उसे वहन करूंगा। मैं राज्य के साथ-साथ केंद्र में भी रहूंगा। यदि आप किसी बड़े मिशन पर काम कर रहे हैं, तो यह पार्टी ही है जो फैसला लेती है।
केंद्र मे बनाए जा सकते है मंत्री
सूत्रों की मानें 2024 में अगर फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो वे केंद्र में मंत्री बनाए जा सकते हैं। इसके अलावा दूसरा पक्ष ये भी है कि लोकसभा इलेक्शन में किसी बड़े राज्य का प्रभारी बनाया जा सकता है। 2018 में हार के बाद भी चौहान को केंद्रीय संगठन में जिम्मेदारी दी गई थी। तब उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था और पार्टी के सदस्यता अभियान का दायित्व दिया गया था। माना जा रहा है कि एमपी में शिवराज सिंह चौहान से कैबिनेट गठन पर सुझाव लिए गए हैं।