भोपाल। भोपाल में विधानसभा चुनाव होने को हैं. ऐसे में चुनावी मैदान में चेहरे की सबसे ज्यादा भागीदारी समझी जाती हैं। आपको बता दें कि राज्य में चुनाव की तारीख आने में विलम्ब हो रहा है, ऐसे में इस बार चुनाव में भाजपा द्वारा CM शिवराज को अभी तक टिकट नहीं मिली हैं. यह ख़बर लोगों को उलझन में डाल रखा हैं कि इस बार शिवराज के जगह कोई और तो नहीं। यह भी साफ नहीं है कि अगर बीजेपी जीत हासिल करती है तो चौहान को ही मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि बीजेपी इस बार सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला की हैं। आपको बता दें कि इस चर्चाओं के बीच शिवराज सिंह चौहान लगातार जनता को संबोधित कर रहे हैं। जगह-जगह पर रैली में हुंकार भी भर रहे हैं। हलांकि वह जनता को संबोधित करने के क्रम में एक दो बार नहीं, बल्कि पूरे तीन बार इमोशनल हुए.
इमोशनल होने की वजह
आपको बता दें कि इस चुनावी माहौल के बीच CM चौहान लगातार जनता के संपर्क में है. ऐसे में जनता से वह लगातार पूछ रहे कि उन्हें फिर से सीएम बनना चाहिए या नहीं. आपको बता दें कि CM चौहान अपने रैली में बहनों से भी कह रहे हैं, ‘तुम्हारा भाई इस बार चला जाएगा तो तुम सभी को बहुत याद आएगा.’ वहीं कभी जनता के बीच जाकर कहते है कि आगामी चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं? तो वहीं कभी पूछते हैं कि उन्होंने सरकार अच्छे से चलाई या नहीं? इनसभी के बीच उन्हें काफी इमोशनल देखा गया हैं.
चौहान का चेहरा क्यों नहीं
राज्य में चुनाव की तारीख अभी तय नहीं हुई हैं. इस बीच CM चौहान लगातार अपने इमोशनल कार्ड से जनता का दिल जीतने पर लगे हैं. आपको बता दें इस बार अभी तक CM के चेहरे के रूप में चौहान का घोषणा नहीं किया गया हैं। ऐसे में जब उनसे पूछा गया कि इस बार आप CM पद के लिए तैयार नहीं है क्या तो उन्होंने कहा कि इसका फैसला “मैं जनता को सौंप दिया हूँ” इतना कहते हुए चौहान बात को बदल दिए।
पीएम के भाषण में शिवराज का ज़िक्र नहीं
आपको बता दें कि 25 सितंबर को PM मोदी भोपाल दौरे पर थें। PM मोदी ने जनसभा को संबोधित करने के दौरान एक बार भी CM चौहान का ज़िक्र नहीं किए। हालांकि भाजपा इस बार सामूहिक चुनाव लड़ने की बात कह रही हैं किन्तु अभी तक CM चेहरा को लेकर चौहान सस्पेंस में ही हैं। हालांकि इस बीच शिवराज सिंह ने कहा कि PM मोदी ने उनकी सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं की जमकर तारीफ की. आपको बता दें कि आमतौर पर राज्यों का चुनाव मौजूदा CM के चेहरा पर ही होता है लेकिन इस बार भाजपा एमपी का चुनाव अलग अंदाज में लड़ने की प्लान की हैं.