भोपाल: बीजेपी नेत्री और शिवराज कैबिनेट की अहम सदस्य यशोधर राजे सिंधिया ने ऐलान किया है कि वो आगामी मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। इस फैसले के लिए उन्होंने स्वास्थय कारणों का हवाला दिया है। यशोधरा चुनाव न लड़ने की जानकारी केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व को दे चुकी हैं।
यशोधरा का राजनीतिक प्रभाव
यशोधरा राजे सिंधिया वर्तमान समय में शिवराज कैबिनेट में उद्योग एवं खेल विभाग की मंत्री हैं। यदि इनके राजनैतिक इतिहास पर ध्यान दें तो 1998, 2003, 2013, 2018 में शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की विधायक रही हैं। 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में ग्वालियर सीट से विजय हुई और सांसद बनी। यशोधरा राजे सिंधिया स्वर्गीय राजमाता विजयाराजे सिंधिया की सबसे छोटी बेटी है और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की सगी बुआ हैं। यशोधरा का शिवपुरी और आसपास के क्षेत्र में काफी प्रभाव माना जाता है।
शिवपुर विधानसभा का टिकट संकट
मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा करनी शुरू कर दी है। हल ही में बीजेपी ने 39 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की। दूसरी लिस्ट ने सभी को चौंका कर रख दिया। प्रदेश की राजनीति के जानकार भी हैरान है, उनका मानना है कि बीजेपी ‘हर सीट जीत’ की रणनीति अपना रही है। इस बार बीजेपी ने सात सांसद और 3 केंद्रीय मत्रियों को टिकट दिया है। वही तीन सीटिंग विधायकों का टिकट काट भी दिया है। इस राजनैतिक माहौल में प्रदेश की राजनीति को समझने वालों का मनाना है कि यशोधरा राजे ने चुनाव ना लड़ने का ऐलान कर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए शिवपुर विधानसभा सुरक्षित कर दिया है। शिवपुरी और आस-पास के इलाके में सिंधिया परिवार का विशेष प्रभाव माना जाता है।