भोपाल: मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में महज कुछ महीने रह गए हैं। इस समय प्रदेश में राजनीतिक गतिविधिया तेज हो गई है। नेता अपने भविष्य को ध्यान में रखते हुए पार्टी बदल रहे हैं। नया मामला नीमच जिले के जावद विधानसभा क्षेत्र का है। जहां से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सिपहसालार कहे जाने वाले कद्दावर नेता और भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य समंदर पटेल ने भाजपा छोड़ने की घोषणा कर दी है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुट के नेता
समंदर पटेल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुट के नेता माने जाते हैं। सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद समंदर पटेल भी भाजपा के हो गए थे। लेकिन उन्हें वो वो सम्मान नहीं मिला जिसकी उन्हें उम्मीद थी। इसकी बड़ी वजह यह भी रही कि जावद के विधायक और प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा के रहते पटेल को न सरकारी मशीनरी ने और न ही भाजपा संगठन ने तवज्जो दी। हालात यह बने कि लगातार अपनी उपेक्षा और समर्थकों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार से तंग आकर 9 अगस्त को समंदर पटेल ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की। तब से ही ये अनुमान लगाए जा रहे थे कि वो बीजेपी छोड़ सकते हैं। प्राप्त जानकारी लंबी मंत्रणा के बाद उन्हें कांग्रेस में शामिल करने के लिए कमलनाथ ने सहमति दे दी।