भोपाल: रिश्वतखोर अधिकारी और कर्मचारी अपने रिश्वत के पैसे को छुपाने लिए कई तरीके अपनाते हैं। कटनी जिले के भ्रष्ट पटवारी गजेंद्र सिंह ने एक अजीब ही कारनामा कर दिया। दरसअल, मामला कटनी जिले के बिलहरी का है। यहां पारिवारिक जमीन के सीमांकन के लिए चंदन लोधी ने लोकसेवा केंद्र पर आवेदन किया था, लेकिन उसे शासन के दस्तावेजों पर चढ़ाने के नाम पर पटवारी गजेंद्र सिंह ने पांच हजार की रिश्वत की मांग रखी। कई मिन्नतों के बाद भी पटवारी नहीं माना तो चंदन लोधी ने मामले की शिकायत जबलपुर लोकायुक्त कार्यालय में दर्ज करा दी।
जबलपुर से आई लोकायुक्त टीम
चंदन लोधी के शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सोमवार को जबलपुर की सात सदस्यीय टीम ने मिलकर रिश्वतखोर पटवारी गजेंद्र सिंह को पकड़ने की योजना बनाई। योजनाबंध तरीके से कार्रवाई करते हुए आज लोकायुक्त के टीम ने भ्रष्ट पटवारी गजेंद्र सिंह को साढ़े चार हजार की रिश्वत लेते पकड़ा। लेकिन पटवारी ने मौका मिलते ही रिश्वत के पूरे नोटों को चबाकर निगल गया। पटवारी की इस हरकत से हैरान लोकायुक्त की टीम पटवारी को तुरंत पुलिस के साथ मिलकर जिला अस्पताल ले कर गई। ताकि उसके पेट से नोट निकाले जा सकें, और सबुत के तौर पर रखा जा सका। लेकिन डॉक्टरों और नर्सों की लाख कोशिश के बाद भी कुछ न हो सका। पटवारी के खिलाफ कोई सबूत नहीं इक्कठा किया जा सका।
वीडियो हुआ वायरल
रिश्वतखोर पटवारी गजेंद्र सिंह की अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा निगले हुए पैसे निकलने की कोशिश का वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। बता दें कि भ्रष्ट पटवारी गजेंद्र सिंह के इस कारनामें को लोग लोकायुक्त टीम की नाकामी मान रही है।