Sunday, November 3, 2024

MP News : बोर्ड टॉपर हिन्दू लड़कियों का हिजाब में पोस्टर, CM ने दिए जांच के आदेश

भोपाल: दी दमोह स्टोरी के नाम से एक पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल हो रहा फोटो मध्य प्रदेश के दमोह में गंगा जमना स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों का है। 10वीं का रिजल्ट आने के बाद स्कूल प्रबंधन ने टॉप करने वाले बच्चों का फोटो जारी किया। इस पोस्टर में 18 बच्चे हैं जिसमें 15 लड़कियां है। पोस्टर में सभी लड़कियां हिजाब में दिख रही हैं। इनमे से चार लड़कियां हिन्दू हैं। हिन्दू लड़कियों का हिजाब में फोटो वायरल होने के बाद बवाल मचा गया है। स्कूल प्रबंधन ने हिजाब की बात से इंकार किया है। वहीं पेरेंट्स का कहना है कि यह स्कार्फ (हिजाब) स्कूल के ड्रेस कोड का हिस्सा है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पूरे मामले की जांच के दिए हैं।

धर्मांतरण का लगा आरोप

हिजाब में हिन्दू लड़कियों का पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हिंदू संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया। उन्होंने स्कूल की मान्यता रद्द करने के साथ ही जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मामला राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग तक पहुंचा तो आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने इसे लेकर एक ट्वीट करते हुए जांच के निर्देश दे दिए।

स्कूल प्रबंधन- स्कार्फ है हिजाब नहीं

स्कूल के डायरेक्टर इदरीश खान का कहना है कि फोटो में जिसे हिजाब कहा जा रहा है वो दरअसल स्कार्फ है और स्कूल का ड्रेस कोड है। इसलिए सभी बच्चे पहनकर आते हैं। किसी भी अभिभावक ने कभी आपत्ति नहीं की। यह स्कूल अल्पसंख्यक कोटे से मान्यता प्राप्त है, जिसमें केवल धर्म विशेष के बच्चे ही पढ़ सकते हैं लेकिन हम सभी धर्मों के बच्चों को एडमिशन देते हैं। ऐसा पहली बार हुआ है जबकी ये स्कूल 2010 से चल रहा है। आगे उन्होंने बताया कि स्कूल में कई गैर मुस्लिम बच्चों को फ्री में शिक्षा दी जा रही है। स्कूल में पढ़ रहे बच्चों में से 25% बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी जा रही है।

कलेक्टर – धर्मांतरण का मामला सामने नहीं आया

दमोह कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि मामले की खबर मिलने के बाद हमने कोतवाली थाना इंचार्ज और कुछ अधिकारियों को मिलाकर एक टीम बनाई थी, जिसने इस पूरे मामले की जांच की इसमें बच्चों के अभिभावकों से भी बात हुई। लेकिन धर्मांतरण का कोई मामला सामने नहीं आया। आगे उन्होंने ने बताया कि एक और जांच टीम बनाई जा रही है जिसमें तहसीलदार, जिला शिक्षा अधिकारी और पुलिस अधिकारी शामिल होंगे और उन सभी के द्वारा जो जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी, उसे गृहमंत्री तक भेज दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश

मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि दमोह का मामला मेरे संज्ञान में आया है। जिला अधिकारी को जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। प्रदेश के किसी भी बेटी को कोई वो कपड़े पहनने के लिए बाध्य नहीं कर सकता जो उसके उसके परम्परा में नहीं है।

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