भोपाल। मध्य प्रदेश में फिलहाल बारिश, तेज हवाएं और ओलावृष्टि से अभी कुछ दिन ओर राहत नहीं मिलने वाली है। अगले सप्ताह तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। इस वजह से तापमान बढ़ने की संभावना भी नहीं है। ऐसा प्रदेश में तीन सक्रिय सिस्टम के कारण हो रहा है। मंगलवार को भोपाल, रीवा, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रायसेन सहित कई जिलों में जमकर बरसात हुई।
मौसम वैज्ञानिक ने दी जानकारी
मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने जानकारी देते हुए कहा कि अभी उत्तर भारत में वेदर सिस्टम एक्टिव है, जबकि एक ट्रफ लाइन साउथ वेस्ट एमपी से नॉर्थ तमिलनाडु तक गुजर रही है। तीसरे सिस्टम का प्रभाव चक्रवात के रूप में देखने को मिल रहा है, जो दक्षिणी छत्तीसगढ़ पर बना है। इस वजह से प्रदेश में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। 8 मई तक प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। साथ ही बादल भी छाए रहेंगे। वहीं, अगले 2-3 दिन तक कुछ संभाग में तेज बारिश, 40 से 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं और ओलावृष्टि का दौर जारी रहेगा।
आज इन जिलों में हो सकती है बारिश
मौसम विभाग ने आगे जानकारी दी कि बुधवार यानी आज सिस्टम की एक्टिविटी रीवा, जबलपुर, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में रहेगी। यहां कई स्थानों पर बारिश हो सकती है। इंदौर, उज्जैन, भोपाल और चंबल में कहीं-कहीं बारिश की संभावना हैं। शहडोल-जबलपुर संभाग में ओलावृष्टि हो सकती हैं, जबकि नर्मदापुरम, बैतूल, रायसेन और खरगोन में भी ओलावृष्टि की आशंका है। प्रदेशभर में तेज हवाओं का दौर भी जारी रहेगा। यहां दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदल जाएगा।
कुछ दिन तापमान बढ़ने के चांस कम
मौसम वैज्ञानिक पांडे ने आगे कहा कि आमतौर पर मई के पहले सप्ताह में तापमान एवरेज 41-42 डिग्री के बीच रहता है, जबकि वर्तमान में यह 32-33 डिग्री के बीच है यानी 9 से 10 डिग्री तक तापमान लुढ़क गया है। 8 मई तक प्रदेशभर में मौसम के तेवर बदले रहेंगे। इसके बाद ही तापमान में इजाफा होगा। इस दौरान 15-20 मई तक तो प्रदेश में हीट वेव यानी गर्म हवाएं और तेज गर्मी पड़ने की संभावना कम ही है।