भोपाल: नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों का भारतीय नामकरण कर दिया गया है। अब इन चीतों को भारतीय नाम से ही जाना जाएगा। चीतों के नए नामों का चुनाव ऑनलाइन प्रतियोगिता आयोजित कर के किया गया है। दरसल नामीबिया से 8 और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों को अब तक उनके विदेशी नामों से ही जाना जाता था। लेकिन अब इन्हें भारतीय नाम मिल गए है।
कैसे हुआ नामकरण
विदेशी चीतों के भारतीय नामकरण के लिए केंद्रसरकार द्वारा एक ऑनलाइन प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमे देश के हजारों लोगो ने हिस्सा लिया और नाम के सुझाव दिए। सुझावों के आधार पर इनका भारतीय नामकरण हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर को मन की बात कार्यक्रम में देशवसियों से आह्वान किया था कि इनके कुछ भारतीय नाम का सुझाव दें। जिसके बाद केंद्र सरकार द्वारा mygov पोर्टल पर एक प्रतियोगिता आयोजित की गई। यह प्रतियोगिता 26 सितंबर को शुरू हुई और 31 अक्टूबर तक चली थी। प्रतियोगिता में विजेताओं के नाम की घोषणा कर दी गई है। इसकी जानकारी केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्वीट कर के दी है।
नामीबिया से लाए गए चीतों के नाम में बदलाव
पुराना नाम – नया नाम
ओबान – पवन
सवाना – नाभा
सियाया – ज्वाला
आशा – आशा
एल्टन – गौरव
फ्रेडी – शौर्य
तिब्लिसी – धात्री
साउथ अफ्रीका से लाए गए चीतों के बदले नाम
पुराना नाम नया नाम
फिंडा – दक्ष
मापेसू – निर्वा
फिंडा (व्यस्क-1) – वायु
फिंडा(व्यस्क-2) – अग्नि
स्वालू (मादा) – गामिनी
तस्वालू (व्यस्क नर) – तेजस
तस्वालू (उप व्यस्क मादा) – वीरा
तस्वालू(उप व्यस्क नर) – सूरज
वाटरबर्ग जीवमंडल ( मादा) – धीरा तो
वाटरबर्ग जीवमंडल ( नर) – उदय
वाटरबर्ग बायोस्फीयर (नर-2) – प्रभाष
वाटरबर्ग बायोस्फीयर (नर-3) – पावक