भोपाल। इंदौर की तर्ज पर ग्वालियर में भी रंग पंचमी का उत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ सेलिब्रेट किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग एक दूसरे के साथ होली खेलते हुए दिखाई दिए. वहीं भगवान अचलनाथ भी अपने अन्य देवी-देवताओं के साथ होली खेलने के लिए मंदिर से बाहर निकले थे. विशाल चल समारोह के तौर पर भगवान अलग-अलग मंदिरों में पहुंचे और वहां अन्य देवी-देवताओं के साथ रंगपंचमी का पर्व मनाया. होली के चलते लगभग 2 क्विंटल फूल और लगभग 1 क्विंटल गुलाल का इस्तेमाल हुआ. भगवान अचलनाथ रविवार को पालकी में सवार होकर अपने मंदिर से बाहर निकले थे. इस दौरान बड़ी संख्या में शिवगढ़ के रूप में शहरवासी उनके साथ थे. रास्ते भर फूल और गुलाल भक्तजन द्वारा उड़ाया गया था. जिसमें सभी शहरवासी सराबोर दिखाई दिए.
बाबा अचल नाथ ने उड़ाया रंग
आपको बता दें कि पालकी में सवार होकर बाबा अचल नाथ सबसे पहले अपने आराध्य भगवान श्री राम के द्वार राममंदिर में होली मनाने पहुंचे. जहां उन्होंने भक्तों के साथ भगवान श्री राम के साथ होली का पर्व मनाया. इसके बाद वे गिर्राज देव मंदिर पहुंचे और वहां गिर्राज जी महाराज के साथ जमकर रंगोत्सव मनाया. तब सनातन धर्म मंदिर में पहुंचकर वहां भगवान चक्रधर के साथ भी भक्तों के साथ भव्य होली देखने का अवसर मिला. इस उत्सव में बड़ी संख्या में लोग सम्मिलित हुए. तो वहीं भगवान भी रंग गुलाल में सराबोर होकर बड़े ही मनमोहक रूप में भक्तों को दर्शन देते हुए दिखाई पड़े.
शहर के अन्य स्थानों पर भी हुए होली के आयोजन
बताते चलें कि रंगपंचमी के अवसर पर शहर में अन्य स्थानों पर भी होली के आयोजन हुए थे. वाष्णेय समाज ने मारवाड़ी धर्मशाला में होली का आयोजन किया. जहां फूलों से धूमधाम से होली खेली गई. वहीं गंगादास की शाला में भी शाम के वक्त रागायन की प्रस्तुति हुई. जो शाला के महंत स्वामी रामसेवक दास जी महाराज की अध्यक्षता में हुआ. इस दौरान विशेष रूप से होली के गीतों का भी गायन किया गया.