भोपाल। राजधानी पुलिस बढ़ते सड़क हादसों पर काबू पाने के लिए अब नशे में धुत लोगों को कैटवॉक करवाने वाली है. मतलब ये कि अगर आप भोपाल की सड़कों पर ड्रिंक एंड ड्राइव करते हुए पकड़े जाते हैं तो आपको सड़क पर कैटवॉक टेस्ट देना अनिवार्य है. दरअसल, ये कैटवॉक एक स्ट्रेट लाइन परीक्षा होगी. जिसमें शराब के नशे में वाहन चला रहे व्यक्ति को सीधा चलाया जाएगा.
ऐसे होगा टेस्ट
बता दें, कैटवॉक परीक्षा के लिए पुलिस ने सड़क पर एक सफेद रंग की दस फीट लंबी लकीर खींची है. संदिग्ध को इस लाइन पर लगभग 9 कदम सीधे चलकर दिखाना होगा. अगर इस दौरान किसी का पैर डगमगा गया तो वहां मौजूद पुलिस पहले उसे ब्रीथ एनालाइजर से चेक करेगी फिर मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल भेज देगी. इस टेस्ट को फील्ड सोब्रिटी टेस्ट कहा जाता है.
ड्राइविंग लाइसेंस होगा सस्पेंड
शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरूद्ध मध्य प्रदेश प्रशासन एक्शन में आ गई है, जिन लोगों को ड्रिंक एंड ड्राइव मामले में पकड़ा जा रहा हैं. उनका ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड भी किया जा सकता है. अगर निलंबन अवधि पूरी होने से पूर्व वाहन चलाते पकड़े गए तो चालक के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी. अगर से यही हरकत की गई तो 15 हजार रुपए तक जुर्माना भी देना पड़ सकता है.
ये होगी सजा
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में तीन तरह की सजा का प्रावधान किया गया है. शराब पीकर वाहन चलते वक्त पहली बार पकड़े जाने पर 6 महीने तक ड्राइविंग लाइसेंस को सस्पेंड किया जाएगा. दूसरी बार पकड़े जाने पर दो साल के लिए ड्राइविंग लाइसेंस को निलंबित कर दिया जाएगा और तीसरी बार में आजीवन गाड़ी चलाने का अधिकार चालक से छिन लिया जाएगा. मतलब ये कि अब शराब पीकर पकड़े जाने वाले लोगों के लाइसेंस निलंबित भी किए जा सकते हैं.